पेशावर में आतंकी हमला : धमाके में मरने वालों का आंकड़ा पहुंचा 83
पाकिस्तान के पेशावर में मस्जिद में हुए फिदायीन हमले में मरने वालों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। अब यह संख्या 83 हो गई है। इसके साथ ही संख्या अभी और बढ़ सकती है क्योंकि अभी कम से कम 130 लोग गंभीर रूप से घायल है, जिनका इलाज लेडी रीडिंग अस्पताल में चल रहा है। वहीं इस खतरनाक हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान ने ली है। बता दें कि 2014 में पेशावर में ही हुए आर्मी स्कूल में हमला भी तहरीक-ए-तालिबान ने ही कराया था।
प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने इस आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि मानव त्रासदी का विशाल पैमाना अकल्पनीय है। यह पाकिस्तान पर किसी हमले से कम नहीं है। राष्ट्र गहरे शोक की भावना से अभिभूत है। मुझे कोई संदेह नहीं है कि आतंकवाद हमारी सबसे प्रमुख राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौती है।जबकि शोक संतप्त परिवारों के दर्द को शब्दों में वर्णित नहीं किया जा सकता है, मैं अपनी हार्दिक संवेदना और सबसे सच्ची संवेदना व्यक्त करता हूं। आज की इस घिनौनी घटना को अंजाम देने वालों के लिए मेरा संदेश है कि आप हमारे लोगों के संकल्प को कम नहीं आंक सकते। उन्होंने कहा कि मारे गए लोगों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा जरूर मिलेगी।
जानकारी के मुताबिक पेशावर के पुलिस लाइन्स इलाके में स्थित एक मस्जिद में आज दोपहर नमाज के दौरान एक सुसाइड अटैकर ने खुद को बम से उड़ा लिया जिससे कम से कम 50 लोग घायल हो गए। इनमें से 13 लोगों की हालत बेहद गंभीर है। घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। सुरक्षा अधिकारियों की दी जानकारी के मुताबिक आत्मघाती हमलावर नमाज़ के दौरान सबसे आगे की लाइन में मौजूद था। उसे इस कदर हमले के ट्रेन किया गया था कि कोई भी उसके नापाक मंसूबे भांप नहीं पाया। ब्लास्ट के बाद ज़ोहर की नमाज़ अदा करने वाले दर्जनों लोग घायल हो गए। वहीं सुरक्षा में तैनात दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। घायलों को पेशावर के लेडी रीडिंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां से जानकारी सामने आई है कि 13 लोगों की हालत बेहद गंभीर है।
हर एंगल से पुलिस कर रही है जांच
जिस मस्जिद में यह हमला हुआ वह पुलिस लाइन के पास ही स्थित है। जब यह धमाका हुआ तब वहां पर 300 – 400 पुलिसकर्मी मौजूद थे। हमले में 2 पुलिकर्मियों की भी मौत हुई है। अब पुलिस यह जांच कर रही है कि आखिर हमलावर मस्जिद के अंदर कैसे घुसा, क्यों कि उस वक्त मस्जिद की सुरक्षा बेहद कड़ी की गई थी। पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है कि कहीं हमलावर पुलिसलाइन में ही तो नहीं मौजूद था। क्यों कि पुलिसलाइन में फैमिली के लिए भी क्वार्टर बने हुए हैं। हालांकि पुलिस की जांच के बाद ही कुछ पुख्ता तौर पर कहा जा सकेगा।