होमइंडिया
राज्य | राजस्थानमध्यप्रदेशदिल्लीउत्तराखंडउत्तरप्रदेश
मनोरंजनटेक्नोलॉजीस्पोर्ट्स
बिज़नेस | पर्सनल फाइनेंसक्रिप्टोकरेंसीबिज़नेस आईडियाशेयर मार्केट
लाइफस्टाइलहेल्थकरियरवायरलधर्मदुनियाshorts

पायलट की यात्रा पर हाईलेवल मीटिंग के बाद बोले रंधावा, खड़गे के आते ही देंगे रिपोर्ट 

05:36 PM May 12, 2023 IST | Jyoti sharma

जयपुर/दिल्ली। सचिन पायलट की जन संघर्ष यात्रा को लेकर दिल्ली तक बैठकों का दौर जारी है। आज राजस्थान के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने अपने तीनों सह प्रभारियों के साथ बैठक ली। जिसमें पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा भी शामिल रहे।

खड़गे तक पहुंचा रहे हैं जानकारी

बैठक के बाद दिल्ली में मीडिया से बातचीत करते हुए सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि इस पूरे मामले पर बैठक चल रही है। मल्लिकार्जुन खड़गे तक हम यह जानकारी पहुंचा रहे हैं। इस मुद्दे पर वही जवाब देंगे। रंधावा के बीच में ही डोटासरा ने कहा कि सचिन पायलट की यह यात्रा व्यक्तिगत है। इसका पार्टी से कोई लेना देना नहीं है। इस यात्रा पर हमारी नजर है। हर जानकारी आलाकमान तक जा रही है। 

रंधावा ने कहा कि उन्हें इस मुद्दे पर जो भी रिपोर्ट देनी है, वह आलाकमान को देनी है। मल्लिकार्जुन खड़गे जब कर्नाटक से लौटेंगे, तब इस मामले का फैसला सुनाया जाएगा। यानी यह रिपोर्ट जल्द ही जाएगी।

अनुशासनहीनता है पायलट का कदम

सचिन पायलट की इस यात्रा को लेकर पहले ही अंदेशा लगा लिया गया था कि सुखजिंदर सिंह रंधावा इस पूरे मामले को लेकर दिल्ली में हाई लेवल मीटिंग कर सकते हैं। जो कि आज हुई। पीसीसी के कई सदस्यों ने सचिन पायलट के इस कदम को अनुशासनहीनता करार दिया है।

मोदी-शाह के टूलकिट हैं पायलट

और तो और कल पीसीसी सचिव रामचंद्र कंस्वा ने भी सचिन पायलट के इस कदम को बीजेपी से मिलीभगत का बता दिया था। उन्होंने साफ-साफ कह दिया कि सचिन पायलट मोदी और अमित शाह के टूलकिट हैं। वह बीजेपी के साथ मिलीभगत करके कांग्रेस को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं, पार्टी को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं।

अनशन वाले मुद्दे पर कार्रवाई से पहले एक और गतिविधि

सुखजिंदर सिंह रंधावा की इस बैठक में इन दिनों सचिन पायलट के तीखे हुए तेवरों पर लंबी चर्चा हुई। इससे पहले जब सचिन पायलट ने अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ एक दिन का अनशन किया था, तब भी प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा पूरी रिपोर्ट लेकर दिल्ली गए थे। मल्लिकार्जुन खड़गे को उन्होंने जानकारी दी थी। करीब 15 दिनों तक बैठकों का सिलसिला जारी रहा था। उसके बाद यह मामला हवा होता दिखाई दिया। बस यही सुनाई दिया कि कार्रवाई होगी।

लेकिन इस मामले में कोई कार्रवाई होती उससे पहले ही अब सचिन पायलट ने एक और ‘कांग्रेस विरोधी’ गतिविधि को अंजाम दिया है। जिसे लेकर सुखजिंदर सिंह रंधावा ने यह हाई लेवल मीटिंग की है।

Next Article