गुढ़ा समेत बयानबाजी करने वालों की रिपोर्ट आलाकमान के पास ! रंधावा ने कहा- सबको देख रहा हूं, कौन समस्या बन रहा है... कौन बिना लालच के काम कर रहा है
जयपुर। प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने मीडिया से बयानबाजी करने वाले नेताओं और सचिन पायलट को लेकर बातचीत की। रंधावा ने कहा कि जो भी बयानबाजी कर रहा है मैं सबको नोटिस कर रहा हूं। कौन पार्टी के लिए समस्या बन रहा है और कौन बगैर किसी लालच के पार्टी के लिए काम कर रहा है।
विधानसभा में रखते अपनी बात
रंधावा ने पायलट को लेकर कहा कि सचिन पायलट का अनशन व्यक्तिगत हो सकता है लेकिन उन्होंने जो भ्रष्टाचार का मामला इस तरह उठाया, वह बेहद गलत था। इतने साल विधानसभा के सत्र चले। उन्होंने विधानसभा में एक बार भी इस केस के बारे में नहीं बोला। विधानसभा एक बेहतरीन प्लेटफार्म होता है अपनी बात कहने का। वहां उन्हें यह बात कहनी चाहिए थी। वहां पर विपक्ष बैठा रहता है, मुख्यमंत्री बैठे हुए होते हैं, सत्तापक्ष बैठा हुआ होता है। वे अगर सवाल पूछते तो मुख्यमंत्री का जवाब देना तब कर्तव्य हो जाता लेकिन इस तरह उन्होंने अनशन कर ठीक नहीं किया।
सब कुछ मॉनिटरिंग में
पायलट पर कार्रवाई को लेकर रंधावा ने कहा कि राजस्थान बड़ा प्रदेश है। धीरे-धीरे मैं इसे समझ रहा हूं तुरंत ही किसी पर कोई फैसला नहीं लिया जा सकता। पार्टी आलाकमान से पूरी बातचीत चल रही है। सब कुछ मॉनिटरिंग में है। फैसला पार्टी लेगी।
बड़बोले विधायकों की रिपोर्ट आलाकमान के पास
पायलट मामले को लेकर कल ही दिए गए राजेंद्र गुढ़ा और रामनारायण मीणा समेत कई नेताओं के बड़बोलेपन पर भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि वे सबको नोटिस कर रहे हैं। कांग्रेस के हर एक नेता को नोटिस किया जा रहा है। सब कुछ आलाकमान के पास जाएगा। सब देखा जा रहा है कि कौन पार्टी के लिए समस्या पैदा कर रहा है और कौन बगैर किसी लालच के संगठन के लिए काम कर रहा है।
आलाकमान को छठी का दूध याद दिला देंगे- गुढ़ा
बता दें कि राजेंद्र गुढ़ा आए दिन अपनी ही सरकार को लपेटते रहते हैं। उन्होंने कल अपने बयान में कांग्रेस हाईकमान को छठी का दूध याद दिलाने की धमकी तक दे डाली थी। जिसे संज्ञान में लेते हुए प्रभारी रंधावा ने इस रिपोर्ट को आलाकमान को भेजने की तैयारी कर ली है। रंधावा ने गुढ़ा के इस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई थी और इसे अनुशासनहीनता करार दिया था।
दरअसल राजेंद्र गुढ़ा ने कहा था कि सचिन पायलट ने जो धरना दिया है उसे पार्टी अनुशासनहीनता बता रही है। मैं कहता हूं कि अगर मां का दूध पिया है तो कांग्रेस आलाकमान सचिन पायलट के अनशन पर अनुशासनहीनता की कार्रवाई करके तो दिखाए.. उन्हें छठी का दूध ना याद दिला दें।
सिर से पैर तक भ्रष्टाचार में डूबे हैं मंत्री – रामनारायण मीणा
गुढ़ा के इस बयान को लेकर वन-टू-वन संवाद कार्यक्रम में भी रंधावा ने डोटासरा और गहलोत से इसकी चर्चा की थी और अब इसकी रिपोर्ट बनाकर आलाकमान को भेजने की तैयारी भी कर ली गई है।
इधर कांग्रेस की विधायक रामनारायण मीणा ने कहा कि कांग्रेस के बारे में क्या कहें, इन के सभी मंत्री तो भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। उन्होंने कहा था कि ये मंत्री चोटी से लेकर पैर के अंगूठे तक भ्रष्टाचार में रंगे हुए हैं। सीएम की मजबूरी है या कमजोरी है जो इन्हें हटा भी नहीं पा रहे हैं। ऐसे लोगों से हम कमजोर हो गए हैं।