पुलवामा अटैक के बयान पर सुखजिंदर ने दी सफाई, तो गहलोत बोले आखिर किस बात की माफी मांगें राहुल गांधी ?
जयपुर। अडाणी मामले के विरोध में आज कांग्रेस ने राजभवन घेराव कार्यक्रम के तहत एक सभा की थी, जिसमें प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पुलवामा अटैक को लेकर बयान दिया था जिसका भाजपा ने मुद्दा बना लिया। अब इस बयान पर रंधावा ने सफाई पेश की है। जिसमें उन्होंने कहा था कि भाजपा ने चुनाव जीतने के लिए तो नहीं पुलवामा अटैक कराया। पीसीसी कार्यालय में सीएम गहलोत, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और ब्लॉक अध्यक्षों, पदाधिकारियों के साथ बैठक कर बाहर प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने ये बात की।
कांग्रेस सरकार की नीतियों को आगे ले जाना है
सुखजिंदर रंधावा ने कहा कि हमने बैठक में चर्चा की, कि सरकार की नीतियों को, उसके प्रचार को कैसे आगे बढ़ाना है, हमारे सीएम अशोक गहलोत काफी अनुभवी राजनेता हैं, सबसे कम उम्र में वे मंत्री बने, हमसे बड़े भी हैं, पहले इंदिरा गांधी के समय में सबसे छोटी उम्र के मंत्री थे, तीन बार चीफ मिनिस्टर बने तीन बार ऑर्गेनाइजेशन में रहे। कांग्रेस को दिसंबर में आने वाले चुनाव में कैसे लेकर जाना है, उसमें क्या-क्या कार्य करेंगे उस पर चर्चा की गई।
दशभक्ति कांग्रेस ने की..केंद्र काम करे तो इंदिरा गांधी जैसा
पुलवामा पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा कि पुलवामा की जो बात मैंने की थी वह मैंने इसलिए की थी क्योंकि 1965 का जो वॉर हुआ था, उस वक्त मैं 5 साल का था, मेरा गांव पाकिस्तान की सीमा से सिर्फ 5 किलोमीटर की दूरी पर है, उस समय हम लाहौर तक पहुंच गए थे, आज भी मुझे उसके बाद 71 का वॉर मुझे पूरा याद है उस टाइम पाकिस्तान के दो टुकड़े कांग्रेस ने किए थे। देशभक्ति वह है जो हमने और कांग्रेस ने की। मैं केंद्र से कहना चाहता हूं कि अगर काम करना है तो इंदिरा गांधी जैसा करो।
इंदिरा गांधी ने 1 लाख पाकिस्तान के फौजियों के जनरल को भारत के आगे हथियार डालने पर मजबूर कर दिया था। तब से लेकर अब तक पाकिस्तान भारत के सामने सिर नहीं उठा सका। क्या मोदी राज में अब तक ऐसा हुआ है, इसलिए मैंने यह कहा था। जब एक अच्छा राज आएगा जब मोदी राष्ट्र चला जाएगा तभी देश बचेगा। मोदी राज खत्म होगा तो अडाणी मामला अपने आप खत्म हो जाएगा।
राहुल गांधी की कौन सी बात देश विरोधी है
लंदन में राहुल गांधी के दिए गए बयान को लेकर अशोक गहलोत ने मीडिया से कहा कि भाजपा ने इस तरह से माहौल बना दिया है कि राहुल गांधी ने जो बयान दिया वह देश हित में नहीं है। तो मैं पूछना चाहता हूं कि उनका कौन सा कमेंट देश हित में नहीं था। आजकल सोशल मीडिया है, मोबाइल फोन है, इंटरनेट है, मुझे बताओ या वहां पर ढूंढो ऐसा कुछ मिल जाए तो। कौन सा ऐसा मुद्दा है जो राहुल गांधी ने यहां नहीं उठाया और वहां जाकर बोल दिया। लेकिन इससे घबराकर एनडीए गवर्नमेंट और मोदी गवर्नमेंट सदन के अंदर हंगामा कर रही है। बेवजह की बातें कर रही है।
किस बात की माफी मांगें राहुल गांधी
आप बताइए राहुल गांधी को किस लिए माफी मांग लेनी चाहिए? क्या वह इसलिए माफी मांगे कि वह देश भक्त हैं? हम व्यक्तिगत रूप से भी जानते हैं कि किस तरह वह गरीबों के लिए, दलितों के लिए वे आगे बढ़ते हैं, उनकी समस्याओं का समाधान करते हैं, यह हमने देखा है, उनके पास में जनाधार की कोई कमी नहीं है। जबकि भाजपा तो विपक्षियों पर इनकम टैक्स, सीबीआई के छापे पड़वाती रहती है। पूरे देश में मुद्दा बन चुका है, आज की मीटिंग थी उसमें हाथ से हाथ जोड़ो अभियान समेत सरकार की फ्लैगशिप योजना के प्रचार-प्रसार को लेकर बातचीत की गई। और मेरा आप लोगों से भी निवेदन है कि आप लोग अपने डिस्कशन में, अपनी बातचीत में, अपने स्तर पर इन चीजों को गांव-गांव, ढाणी-ढाणी तक पहुंचाओ, ताकि हर जरूरतमंद को इसका लाभ मिल सके।
वीरांगनाओं को समस्या तो सीएम के पास आइए, हम तैयार हैं
वहीं डोटासरा ने कहा कि मैं वीरांगना के परिवार से निवेदन करता हूं कि कोई भी आप समाधान चाहते हो कोई भी समस्या है आप आएं मुख्यमंत्री जी तैयार हैं, हम सब तैयार हैं, आपका सम्मान और आपकी समस्या के समाधान हमारी प्राथमिकता है लेकिन भाजपा जिस तरह से यह मुद्दा बना रही है उससे तरह से राजस्थान की छवि खराब हो रही है राजस्थानी गुड गवर्नेंस की छवि धूमिल रही है।
प्रेस कांफ्रेंस में डोटासरा ने कहा कि हमारे जो नवनियुक्त ब्लॉक अध्यक्ष हैं, जिलाध्यक्ष हैं, बोर्ड कॉरपोरेशन के अध्यक्ष हैं, हाथ से हाथ जोड़ो कार्यक्रम की जिन्हें जिम्मेदारी दी गई है, उसकी समीक्षा की गई है। जो नए ब्लॉक अध्यक्ष बने हैं, उन्हें कार्यकारिणी की हिदायत दी गई है, जल्द से जल्द कार्यकारिणी बनेगी।
हाईकमान तक जल्द पहुंचेगा हमारा सुझाव
जो अधिवेशन में प्रस्ताव पारित किए गए थे कि बूथ इकाई, ग्राम पंचायत इकाई, मंडल कार्यकारिणी और संगठन के जितने भी रिक्त पद हैं, उनको भरना है। उसके लिए भी चर्चा की गई है। उनके स्तर पर भी काम होना है, उस पर भी अपेक्षा की गई है, जो हमारे स्तर पर होना है उस पर भी विचार विमर्श किया गया है। जल्द ही हाईकमान को हमारे सुझाव दे दिए जाएंगे और जो सरकार की फ्लैगशिप योजनाएं हैं, उन्हें ज्यादा से ज्यादा कैसे लोगों तक पहुंचाया जाए, उन्हें लाभ मिले जो मोदी सरकार की गलत नीतियां हैं, उन्होंने जो महंगाई बढ़ा रखी है, बेरोजगारी पर ध्यान नहीं दे रहे हैं, अडाणी घोटाला हुआ है, इन सब चीजों को जनता को बताएंगे, गांव में, बूथ-बूथ पर बताएंगे, घर-घर जाकर बताएंगे। ताकि इस केंद्र सरकार का खात्मा हो और जो हमारी सरकार ने इतना अच्छा काम किया है उसका प्रचार प्रसार हो सके लोगों तक उसका लाभ मिल सके।