गोगामेड़ी हत्याकांड : 8 दिन के पुलिस रिमांड पर शूटरों का साथी रामवीर, कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में हुई पेशी
Gogamedi murder case : जयपुर। श्रीराष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या की साजिश में शामिल शूटरों के साथी रामवीर जाट को पुलिस ने आज कोर्ट में पेश किया। जहां से आरोपी को 8 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। बता दें कि दोनों शूटर के सहयोगी रामवीर जाट (Ramveer Jat) की शनिवार दोपहर महेन्द्रगढ़ से गिरफ्तार हुई थी। इधर, चंडीगढ़ में पकड़े गए तीन आरोपियों में से एक आरोपी को लेकर पुलिस जयपुर पहुंच चुकी है। वहीं, दो आरोपियों को लेकर भी पुलिस दिल्ली से रवाना हो चुकी है।
पुलिस ने आरोपी रामवीर को रातभर जयपुर में सोडाला पुलिस थाने के लॉकअप में रखा। जहां से रविवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच आरोपी को कोर्ट ले जाया गया। पुलिस ने आरोपी को बनीपार्क स्थित स्पेशल कोर्ट में पेश किया। इस दौरान पुलिस ने आरोपी की रिमांड मांगी, ताकि दोनों शूटर के साथ रामवीर को भी आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की जा सके। इस पर कोर्ट ने आरोपी रामवीर को 8 दिन के रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया।
रामवीर पर क्या है आरोप?
हरियाणा के महेन्द्रगढ़ निवासी रामवीर जाट को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में सामने आया कि रामवीर आरोपी नितिन का बचपन का दोस्त है। 19 नवंबर को रामवीर को गोगामेड़ी की हत्या की साजिश के तहत जयपुर भेज दिया था। यानी राजवीर घटना से करीब 16 दिन पहले जयपुर आया था। उसने गोगामेड़ी के घर व घटना के बाद किन गलियों से फरार होने में आसानी रहेगी, उन कॉलोनियों की गलियों की रेकी की। उसके बाद जब नितिन व रोहित जयपुर आए तो उनको फर्जी आईडी से महेश नगर, श्यामनगर व जवाहर सर्किल स्थित होटल व दोस्त के फ्लैट पर रुकवाया था। घटना के एक दिन पहले रामवीर ने गोगामेड़ी के घर से फरार होने के लिए नितिन व रोहित को आसान गलियों की रेकी कराई थी, ताकि वे आसानी से जयपुर से बाहर निकल सकें।
रामवीर छह साल तक रह चुका शहर में
जांच में सामने आया कि आरोपी रामवीर जाट छह साल तक जयपुर में रहकर मानसरोवर स्थित एक निजी कॉलेज से बी.एससी. व कालवाड़ा स्थित एक अन्य निजी कॉलेज से एम.एससी. करने के बाद छह माह पहले ही वापस अपने गांव गया था। वह साल 2017 में जयपुर आया था। वह मानसरोवर, महेश नगर, श्यामनगर, करणी विहार व करधनी इलाके की सभी कॉलोनियों की गली-गली से वाकिफ था। वारदात के बाद नितिन व रोहित दो सौ फुट बाइपास पहुंच गए। जहां पर नितिन व रोहित को रामवीर मिला। रामवीर दोनों को मोटरसाइकिल पर बैठाकर बगरू टोल प्लाजा से आगे तक लेकर गया और फिर नागौर जाने वाली रोडवेज बस से फरार करा दिया था।
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