छात्रों ने 100 रुपए लगाकर 4 घंटे में कमाए 3650 रुपए
जयपुर। 100 रुपए इन्वेस्ट करके महज चार घंटे में कमाएं 3650 रुपए। सुनने में ये किसी ठग के भ्रामक विज्ञापन की लाइनें लगती होंगी लेकिन इसे सच कर दिखाया स्टार्टअप के लिए पैशनेट युवाओं ने। मौका था आईसी- जेकेएलयू की ओर से आयोजित बूट कैम्प का। वाधवानी फाउंडेशन के सहयोग से गुरुग्राम की केआर मंगलम यूनिवर्सिटी में आयोजित एंटरप्रेन्योरशिप बूट कैम्प का।
कैम्प में जयपुर से 60 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया और एंटरप्रेन्योरशिप के नवीन आयाम एवं स्टार्टअप कल्चर के नवाचारों को नजदीक से जाना। कैम्प के दौरान स्टूडेंट्स को 12 टीम्स में डिवाइड कर उन्हें विभिन्न टास्क दिए गए। 100 रूपए के इन्वेस्टमेंट में बिजनेस करने समेत विभिन्न टास्क के जरिए स्टूडेंट्स को बिजनेस स्ट्रेटजी सिखाई गई।
छात्रों ने सीखी बिजनेस स्ट्रेटजी
इस अवसर पर कैम्प संयोजक चन्दकार ने स्टार्टअप वेन्चर, बिजनेस डवलपमेंट स्ट्रेटजी समेत स्टार्टअप से जुड़ेविभिन्न आयामों की जानकारी दी। यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर प्रो. धीरज सांघी ने बताया कि एआईटी-जेके एलयू नीति आयोग के सहयोग से प्रदेश के चुनिंदा चार इन्क्यूबेशन सेंटर्स में से एक है। यहां के स्टूडेंट्स के स्टार्टअप ग्लोबल लेवल पर अपनी छाप छोड़ चुके हैं।
मणिपाल यूनिवर्सिटी को मिला ‘पर्स’ ग्रांट
मणिपाल यूनिवर्सिटी जयपुर को भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से एक विशेष कॉल के तहत ‘प्रमोशन ऑफ यूनिवर्सिटी रिसर्च एंड साइंटिफिक एक्सीलेंस’ (पर्स) कार्यक्रम के हिस्से के रूप में 10 करोड़ रुपए दिए गए हैं। यह अनुदान एक बहु-विषयक प्रोजेक्ट, ‘अपशिष्ट संसाधनों से उच्च मूल्य उत्पादों का विकास और उपयोग: कृषि और गैर-कृषि अनुप्रयोगों के लिए परिपत्र समाधान’ के लिए स्वीकृत किया गया था।
प्रोजेक्ट कार्यान्वयन ग्रुप में कोऑर्डिनेटर डॉ. ललिता लेडवानी, डॉ. अभिषेक शर्मा, डॉ. राकेश शर्मा और डॉ. रोहित जैन शामिल हैं। इसके तहत विभिन्न उन्नत उपकरण एवं विश्लेषण की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके लिए एमयूजे के प्रेसिडेंट प्रो. जी के प्रभु को विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने दिल्ली में हुए विश्वविद्यालय अनुसंधान उत्सव में सम्मानित किया।
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