For the best experience, open
https://m.sachbedhadak.com
on your mobile browser.

छात्र नेता ने कॉलेज प्राचार्य की कुर्सी पर कब्जे का किया प्रयास, कार्यवाहक प्रिंसिपल ने रोका

अजमेर के सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय में व्याप्त अव्यवस्थाओं से स्टूडेंट्स में खासा रोष है।
03:57 PM May 09, 2023 IST | Anil Prajapat
छात्र नेता ने कॉलेज प्राचार्य की कुर्सी पर कब्जे का किया प्रयास  कार्यवाहक प्रिंसिपल ने रोका

अजमेर। अजमेर के सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय में व्याप्त अव्यवस्थाओं से स्टूडेंट्स में खासा रोष है। मंगलवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के बैनरतले छात्र विभिन्न मांगों को लेकर प्राचार्य कक्ष पहुंचे जहां पर एक छात्रनेता ने प्राचार्य की कुर्सी पर कब्जे का प्रयास किया लेकिन कार्यवाहक प्राचार्य व स्टाफ ने उसे ऐसा करने से रोका और जल्द ही मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया।

Advertisement

एबीवीपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य आशुराम डूकिया ने बताया कि कॉलेज में पिछले काफी समय से प्राचार्य प्रो. कायद अली खान अपनी सीट पर ना के बराबर बैठ रहे हैं जिससे स्टूडेंट्स के काम अटक रहे हैं। इस संबंध में पूर्व में भी मांग की गई लेकिन इसके बावजूद भी प्राचार्य अपने कक्ष में नहीं बैठते हैं। इसके साथ ही कॉलेज में छात्रावास व स्वीमिंग पूल शुरू करवाने की मांग भी लम्बे समय से लंबित चल रही है। इस पर भी कॉलेज प्रबंधन कोई ध्यान नहीं दे रहा है।

वहीं कॉलेज में कैमरे भी बंद पड़े हैं, जिससे स्टूडेंट्स के मोबाइल व अन्य सामान चोरी हो रहे हैं। जिससे भी छात्रों में रोष बढ़ता जा रहा है। आज स्टूडेंट्स के साथ विभिन्न मांगों को लेकर प्राचार्य कक्ष में पहुंचे तो वहां प्राचार्य प्रो. खान उपस्थित नहीं थे और उनकी कुर्सी खाली पड़ी थी, इसे देखकर छात्राओं ने खासी नाराजगी जताई बाद में कार्यवाहक प्राचार्य कल्पना अरोड़ा से जल्द मांगे पूरी करने की मांग की। उपप्राचार्या ने जल्द ही मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया।

करवाते एफआईआर

कार्यवाहक प्राचार्य कल्पना अरोड़ा ने बताया कि प्राचार्य प्रो. कायद अली खान के परिवार में शादी होने के कारण वह 12 मई तक अवकाश पर हैं। ऐसे में उनके पास प्रिंसिपल का चार्ज है। आज छात्र विभिन्न मांगों को लेकर प्राचार्य कक्ष में आए थे जहां एक छात्र ने कुर्सी पर बैठने का काफी प्रयास किया लेकिन उन्होंने व एक पिओन ने उसे ऐसा करने से रोका। यदि वह नहीं मानता तो उन्हें छात्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाना पड़ता।

(नवीन वैष्णव)

ये खबर भी पढ़ें:-पायलट का CM गहलोत पर पलटवार-BJP की तारीफ और कांग्रेस नेताओं का अपमान समझ से बाहर

.