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रंग बेहद खास : अमेरिका में मिली अजीबोगरीब मछली

मछुआरों के जाल में कई बार बेहद अनोखी मछलियां फंस जाती हैं। ऐसी ही एक मछली न्यूयॉर्क में एक मछुआरे के जाल में फंसी है।
09:04 AM Feb 11, 2023 IST | BHUP SINGH

वॉशिंगटन। मछुआरों के जाल में कई बार बेहद अनोखी मछलियां फंस जाती हैं। ऐसी ही एक मछली न्यूयॉर्क में एक मछुआरे के जाल में फंसी है। न्यूयॉर्क के वुडबरी के जमे हुए सेबिन तालाब में कैडेन हर्ले मछली पकड़ रहे थे। इस दौरान उनके जाल में एक बेहद अनोखी मछली फंसी। शुरुआत में उन्होंने जब इसे देखा तो उन्हें लगा कि यह एक जमी हुई मछली है, लेकिन जब उन्होंने इसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की तो देखते ही देखते यह तेजी से शेयर किया जाने लगा।

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यह मछली चेन पिकरेल है। इसे पकड़ने पर देखा गया कि यह एकदम सफेद दिख रही है। इसे देखकर ऐसा लगता है कि ठंडी बर्फ के नीचे रहने के कारण इसका रंग ऐसा हो गया है, लेकिन जल्द ही इसकी सच्चाई सामने आ गई। वरमोंट फिश एंड वाइल्डलाइफ ने पुष्टि की है कि यह मछली पूरी तरह स्वस्थ है। इसे ल्यूसिज्म नाम की एक समस्या है। इसी के कारण इसका रंग प्रभावित हुआ है। चेन पिकरेल के वास्तविक रंग काले और पीले शेड में होते हैं।

पहले भी मिले हैं समुद्री जीव

चेन पिकरेल मछली का एक प्रकार है जिसे सामान्य तौर पर एसोक्स नाइर कहा जाता है। ये मछली उत्तरी अमेरिका में मीठे पानी में पाई जाती है। इससे पहले मैन-ओ-वार्स नाम का एक समुद्री जीव मिला था। यह एक जहरीला जीव था, जो सैकड़ों की संख्या में फ्लोरिडा में इंडियालांटिक बीच पर बिखरे हुए मिले थे। एक निवासी ने कहा था कि कम से कम 100 जीव मिले होंगे।

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क्या होता है ल्यूसिज्म

एक फे सबुक पोस्ट में वरमोंट फिश एं ड वाइल्डलाइफ के अधिकारियों ने लिखा, ‘ल्यूसिज्म एक पिगमेंट (शारीरिक रंग) से जुड़ी स्थिति है जो जानवरों की कुछ कोशिकाओंको प्रभावित
करती हैं। परिणामस्वरूप इनका रंग पीला होता है।’ पोस्ट में बताया गया है कि मछली की आंखें सामान्य हैं। अब इसके खास होने के पीछे कहा गया है कि आम तौर पर मछलियों में इस तरह की दिक्कतें देखने को नहीं मिलती। इस वजह से यह बेहद खास है। हाल के दिनों में इस तरह की मछली देखने को नहीं मिली है।

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