प्रदेश प्रभारी रंधावा ने पायलट पर खड़गे को सौंपी रिपोर्ट, फैसला आज
जयपुर। कांग्रेस आलाकमान ने सचिन पायलट पर कारवाई करने का मन बना लिया है। क्या कार्रवाई हाेगी, यह फैसला आज पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की मौजूदगी में होने वाली उच्च स्तरीय बैठक में किया जाएगा। प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने बुधवार को पायलट से उनका पक्ष जानकर कांग्रेस अध्यक्ष खरगे को रिपोर्ट सौंपी। इसके बाद प्रदेश प्रभारी रंधावा ने कहा कि सचिन ने आलाकमान के आदेश के बाद भी धरना दिया। इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हालांकि रंधावा ने यह नहीं बताया कि कार्रवाई किस रूप में होगी। लगता है कांग्रेस राजस्थान के मसले पर अब किसी भी गलती को बख्शने के मूड में नहीं है। पायलट के मंगलवार को जयपुर में दिए धरने को कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधि माना था। सचिन के धरने कोेतीन साल पहले वाली गहलोत सरकार गिराने की कोशिश से जोड़कर देखा जा रहा है।
सचिन देश के पहले ऐसे नेता थे, जिन्होंने उप मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष पद पर रहते हुए अपनी ही चुनी हुई सरकार गिराने की कोशिश की थी। जिस पर देशभर में हैरानी जताई गई थी। फिर भी, कार्रवाई की बजाय उन्हें वापस पार्टी में लेलिया गया। पार्टी नेता मानते हैं, उन्होंनेपिछले साल सितंबर में आलाकमान को गुमराह कर फिर सरकार गिराने की साजिश की, जिसे गहलोत नेविफल कर दिया। अब जब चुनाव सिर पर हैं सरकार के फैसलों की पूरे देश भर में चर्चा है, सचिन नेफिर अपनी सरकार पर हमला बोल पूरे माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की।
पायलट का मुद्दा सही, तरीका गलत: रंधावा
प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रंधावा ने पायलट से रिपोर्ट लेने के बाद कहा कि पायलट ने मुद्दा सही उठाया है, लेकिन उनका तरीका गलत था। उन्होंने कहा कि पायलट को यह मुद्दा विधानसभा सत्र के दौरान इसे उठाना चाहिए था। विधानसभा एक मंच था जहां वो भ्रष्टाचार का मुद्दा उठा सकते थे। वहां मुख्यमंत्री को जवाब देना पड़ता। उन्होंने यह क्यों नहीं कहा कि संजीवनी घोटाले में गजेंद्र शेखावत की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? रंधावा ने कहा कि लगातार राजस्थान के लीडर्स और आलाकमान से सम्पर्क में हूँ। राजस्थान को पंजाब नहीं बनने दंगा।
मुद्दे नए नहीं, राजे कल प्रकट नहीं हुई: शर्म
कांग्रेस के जी-23 का हिस्सा रह चुके वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने भी पार्टी के रुख को क्लियर कर दिया कि पार्टी अभी राज्यों में अपने नेताओ की आपसी लड़ाई-झगड़े में नहीं पड़ रही। पार्टी के लिए राष्ट्रीय मुद्देज्यादा महत्वपूर्ण हैं और वह उसी पर फोकस कर रही है। उन्होंने पायलट के मुद्दे को लेकर कहा कि वसुंधरा राजे कोई कल प्रकट नहीं हुई और कोई नई बातें भी सामने नहीं आई। प्रदेश प्रभारी ने अपने विचार व्यक्त कर दिए हैं। पार्टी ने भी अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। पार्टी के अपने नियम होते हैं कि क्या अनुशासन की परिधि में है और क्या इसके बाहर है।