आग बुझाने में ‘अग्निशमन यंत्र’ का विशेष महत्व, उपयोग करने से पहले ध्यान में रखें यह बातें
आपने अक्सर कई संस्थानों, सोसाइटी व विद्यालयों में लाल रंग के सिलेंडर लगे देखे होंगे। हालांकि अधिकतर लोगों को इसके बारे में सामान्य ज्ञान होता है। जब कहीं आग लग जाती है तो सबसे पहले अग्निशमन यंत्र को काम में लिया जाता है। यह एक प्रकार का बेलनाकार उपकरण होता है। इसमें दाब पात्र होता है। जिसमें एक ऐसा पदार्थ भरा रहता है जिसे छोड़ने पर आग बुझाने में सहायक होता है। इसके अंदर एक कांच की बोतल लगी होती है, जिसमें तनु सल्फ्यूरिक अम्ल भरा होता है।
जब इसका इस्तेमाल किया जाता है तो इसमें लगी घुंडी तोड़ दी जाती है, इसके बाद सल्फ्यूरिक अम्ल सोडियम कार्बोनेट के संपर्क में आ जाता है। इससे कार्बन डाई ऑक्साइड गैस का निर्माण होता है जो आग बुझाने में सहायक होती है। अग्निशमन यंत्र का आविष्कार करने का श्रेय जॉर्ज विलियम मैन्बी को जाता है। इसके अलावा आग बुझाने के लिए सुखी मिट्टी, रेत से भरी बाल्टी तथा गीले व मोटे कपड़े भी काम में लिए जाते हैं।
प्रकार
अग्निशमन यंत्र मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं। भण्डारित दाब वाले तथा उत्पादित दाब वाले। इनमें कई प्रकार के अग्निशमन यंत्र होते हैं। पहला वाटर टाईप- इसका उपयोग लकड़ी, कागज व गत्ते में लगी आग बुझाने के लिए किया जाता है। दूसरा मैकेनिकल फोम टाईप- इसका उपयोग पेट्रोल, डीज़ल, थिनर तथा पेंट जैसे तरल पदार्थ से लगने वाली आग बुझाने के लिए किया जाता है।
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तीसरा ए. बी. सी. टाईप- इसका उपयोग सोलिड, लिक्विड तथा गैस तीनो प्रकार की आग बुझाने के लिए किया जाता है। चौधा कार्बन डाई ऑक्साइड टाईप- इसका उपयोग बिजली से लगी आग बुझाने के लिए किया जाता है। पांचवा क्लीन एजेंट टाईप- इसका उपयोग कंप्यूटर, सर्वर एवं इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों की आग बुझाने के लिए किया जाता है। छठां वाटर मिस्ट टाईप- इसका उपयोग खाद्य पदार्थों में लगी आग बुझाने के लिए किया जाता है।
उपकरण के बारे में
अग्निशामक यंत्र एक ऐसा उपकरण है, जिसका उपयोग विभिन्न परिस्थितियों में किया जा सकता है। इसका उपयोग अधिकतर आपातकालीन स्थितियों में किया जाता है। जब कहीं आग लग जाती है तो उसे बुझाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन बड़े स्तर पर लगने वाली आग के लिए दमकल विभाग का सहारा लिया जाता है। इसका उपयोग छोटी आग को बुझाने के लिए ही किया जाता है।
इसे फायर एक्सटिंग्विशर भी कहा जाता है। यह एक ऐसा उपकरण है जो आग से बचाव के लिए काम आता है। इसकी सहायता से छोटे स्तर जैसे- घर, विद्यालय में लगने वाली आग को बुझाया जा सकता है। इसका उपयोग ऐसी आग बुझाने या नियंत्रण के लिये नहीं किया जा सकता, जो बहुत विकराल रूप ले चुकी हो।
यंत्र से जुड़ी मुख्य बातें
आमतौर पर आग बुझाने के अवशेष गैर विषैले होते हैं, जो कि अधिक हानिकारक नहीं होते हैं। लेकिन अग्निशामक का उपयोग करने के बाद कुछ सामान्य सुरक्षा के उपाय करने जरूरी होते हैं। क्योंकि इसमें मौजूद पदार्थ त्वचा में जलन पैदा कर सकते हैं। इसलिए इसका इस्तेमाल सावधानीपूर्वक व ध्यानपूर्वक किया जाना चाहिए।
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