'हिंदुस्तान में रहना है, तो…' जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस में नरसंहार, 4 हत्याएं कर RPF जवान ने ट्रेन में दिया भाषण
जयपुर। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के एक कांस्टेबल चेतन सिंह ने सोमवार को जयपुर-मुंबई सुपरफास्ट ट्रेन में महाराष्ट्र के पालघर स्टेशन के पास एक चलती ट्रेन में अपने स्वचालित हथियार से फायरिंग कर एक एएसआई समेत चार लोगों की हत्या कर दी। प्रारंभिक पड़ताल में सियासी बहस को हत्या की वजह बताया जा रहा है। घटना जयपुर से मुंबई जा रही 12956 सेंट्रल सुपर फास्ट एक्सप्रेस में सोमवार सुबह 5 बजे के बाद मुंबई से करीब 100 किमी पहले पालघर स्टेशन के पास की है।
उस वक्त आरोपी कांस्टेबल हाथरस (यूपी) निवासी चेतन चौधरी (34) सवाई माधोपुर के श्यामपुरा निवासी एएसआई टीकाराम मीणा व दो अन्य कांस्टेबल के साथ ट्रेन में एस्कार्ट ड्यूटी पर था।
इसी दौरान बहस बढ़ी तो आरोपी कांस्टेबल चेतन ने अपनी ऑटोमेटकि राइफल से एसी कोच बी-5 बोगी में एएसआई टीका राम मीणा और एक यात्री की गोली मारकर हत्या की। फिर वह बी 6 में गया और एक यात्री को गोली मारी और बी 5 व बी 6 बोगी के बीच पेंट्री कार में भी एक यात्री की गोली मारकर हत्या कर दी।
वारदात के बाद सुबह 5 बजकर 59 मिनट पर यात्रियों द्वारा जंजीर खींचने पर ट्रेन मुंबई के मीरा रोड और दहिसर स्टेशनों के बीच रुकी, तो वह उतर कर भागने लगा। तभी जीआरपी के जवानों ने उसे दबोच हथियार कब्जे में लिया। मृतक यात्रियों की पहचान अब्दुल कादिरभाई भानपुरवाला (48), अख्तर अब्बास अली (48) और सदर मोहम्मद हुसैन के रूप में हुई।
आरोपी कांस्टेबल ने चलती ट्रेन में 12 राउंड फायर किए। घटना के बाद आरोपी का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें वह एक यात्री के शव के पास खड़े होकर कोच में मौजूद लोगों को सियासी भाषण देता नजर आ रहा है। उसने फायरिंग आखिर क्यों की इसे लेकर जांच जारी है।
वायरल वीडियो में बोला- 'हिंदुस्तान में रहना है, तो…'
जीआरपी कमिश्नर रवींद्र शिस्वे के मुताबिक देश में किसी ट्रेन में ऐसी गोलीबारी की संभवतः पहली घटना है। जयपुर से ट्रेन रविवार दोपहर 2:01 बजे चली थी। चारों- चैतन आरपीएफ कर्मी सोमवार रात 2:27 बजे सूरत से ट्रेन में चढ़े। टीकाराम के नेतृत्व वाली टीम की ड्यूटी यहीं से शुरू हुई। यही टीम एक दिन पहले दादर-पोरबंदर सौराष्ट्र एक्सप्रेस से ड्यूटी कर सूरत पहुंची थी। चारों लोग बीड में थे।
चेतन ने पहले साथ बैठे टीकाराम व यात्री अब्दुल कादिर बोहरा भानपुरवाला (48) को गोली मारी। फिर पेंट्री कार में जाकर सदर मोहम्मद, इसके बाद बी6 में मो. असगर अली को गोली मारी। वायरल वीडियो में चेतन कहता दिख रहा है- अगर आप वोट देना चाहते हैं, अगर आप भारत में रहना चाहते हैं तो मैं टीकाराम कहता हूं…। इस दौरान उसने पाक में बैठे आतंकियों के आकाओं का भी जिक्र किया।
रेलवे ने किया मुआवजे का ऐलान…
एएसआई टीकाराम मीणा सवाई माधोपुर के रहने वाले थे। वे 2025 में रिटायरमेंट होने थे। शवों को बोरीवली स्टेशन पर उतारा गया। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रेलवे ने मुआवजे का ऐलान किया है। मृतक एएसआई मीणा के परिजनों के लिए 25 लाख की अनुग्रह राशि की घोषणा की गई है। टीकाराम मीणा के परिवार में उनकी पत्नी, 25 वर्षीय बेटा और 18 व 20 साल की दो बेटियां हैं।
आरोपी अपने कृत्य को ठहरा रहा उचित…
जीआरपी आयुक्त रवींद्र शिस्वे ने संवाददाताओ को बताया कि यह घटना तड़के पांच बजे के बाद हुई जब मुंबई जाने वाली जयपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस वापी स्शन (गुजरात) पार कर चुकी थी। आरोपी ने ये हत्याएं क्यों की, इसकी जांच व पूछताछ जारी है। शिस्वे से उस वीडियो के बारे में पूछा गया, जिसमें आरोपी कांस्बल कथित तौर पर शवों के पास टे खड़ा होकर अपने कृत्य को उचित ठहरा रहा है, तो शिस्वे ने कहा कि वीडियो क्लिप की अन्य सामग्रियों के साथ जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि चलती ट्रेन में यह इस तरह की पहली घटना है। आरोपी आरपीएफ कांस्टेबल बहुत गुस्सैल स्वाभाव का है।
मुंबई पुलिस करेगी जांच…
जीआरपी ने घटना के बाद आरोपी के हथियार से आठ कारतूस बरामद किए। रेलवे के अनुसार उत्तर प्रदेश के हाथरस का रहने वाला आरोपी मीरा रोड रेलवे पुलिस की हिरासत में है। उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार आरोपी कांस्टेबल को पिछले मार्च में भावनगर से मुंबई स्थानांतरित कर दिया गया था और वह हाल ही में हाथरस गया था और 17 जुलाई को ड्यूटी पर लौटा था।