सरकार बचाने में सहयोग की बात पर भड़की बीजेपी, कहा- सबूत के साथ गहलोत करें खुलासा, कब-कहां-किसने किया सहयोग
जयपुर। अशोक गहलोत के वसुंधरा राजे पर सरकार बचाने में मदद की बात पर सूबे की सियासत एक अलग ही मोड़ ले रही है। सत्ता के इस गलियारे में अब गहलोत-वसुंधरा की सांठ-गांठ तक की बातें तक उड़ने लगी हैं। इसे लेकर भाजपा ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए अशोक गहलोत पर सवाल उठाए इस बात का सबूत देने को कहा साथ ही इस बयान को राजनीतिक हित साधने वाला करार दिया।
अपने विरोधियों का दमन करने के लिए दूसरों पर कीचड़ उछालने की परंपरा कर रहे हैं शुरू
इस प्रेस कांफ्रेंस में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी और जलशक्ति मंत्री और जोधपुर सांसद गजेंद्र शेखावत भी शामिल थे। शेखावत ने कहा कि अशोक गहलोत और कांग्रेस के नेता राजनीतिक हित को साधने के लिए इस तरह के गंभीर आरोप हमारी पार्टी के नेताओं पर लगा रहे हैं। वसुंधरा राजे जो प्रदेश की दो बार मुख्यमंत्री रही हैं हमारी पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष रही हैं। उनके लिए इस तरह का गैर जिम्मेदाराना बयान केवल अपने राजनैतिक हित के लिए और अपने पक्ष के विरोधियों को अपने ही दल में अपने विरोधियों को मैसेज देने के लिए इस तरह का बयान बेहद शर्मनाक है। अशोक गहलोत खुलासे के साथ ही बात कहें कि कब कहां और किस तरह से उनका सहयोग किया गया है। अपने राजनीतिक हितों के लिए अपने विरोधियों का दमन करने के लिए दूसरे पर कीचड़ उछालने की परंपरा राजस्थान में नहीं थी। अशोक गहलोत आप इस तरह की परंपरा शुरू कर रहे हैं राजस्थान में अच्छा संदेश नहीं जा रहा है।
शोभारानी जहां चाहें वहां जाए
धौलपुर की सभा में शोभा रानी कुशवाहा को कांग्रेस के मंच में जगह देने के सवाल पर शेखावत ने कहा कि वह तब हमारी पार्टी में थी अब हमारी पार्टी में नहीं हैं, अब उन्हें जहां चाहे जा सकती हैं।
सरकार गिराने वाले नेताओं को तो इन्होंने मंत्री बनाया, क्या कार्रवाई हुई
कांग्रेस सरकार गिराने में आरोप लगाने के सवाल पर गजेंद्र शेखावत ने कहा कि यह मामला तो ऐसा है कि सास बहू के झगड़े में पड़ोसी का नाम उछाल कर अपनी इज्जत बचाना, यह कोई नई चीज इन्होंने नहीं निकाली। यह जो 19 लोग इनके बागी हो गए थे। और आरोप लगाते है कि इन्हें बहलाया गया, फुसलाया गया, पैसा दिया गया, करोड़ों रुपए दिए गए, इनके मोबाइल जब्त कर लिए गए, इनके आस-पास बाउंसर बैठा दिए गए। अपने परिजनों से बात नहीं कर पा रहे थे तो फिर उनको तुरंत जाकर मुकदमा दर्ज करवाना चाहिए था, लेकिन इनकी तो उन नेताओं के साथ कॉफी पीने की फोटो आ रही हैं उन्हें तो सरकार में मंत्री तक बना दिया गया।
पायलट का बाहें पसारकर स्वागत
सचिन पायलट के स्वागत के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि कोई राजनीतिक दल से कोई व्यक्ति हमारे साथ जुड़ता है, कोई सामर्थ्य़वान है, भाजपा की रीति-नीति को स्वीकार करते हैं तो हम उसका स्वागत करते हैं।
अमित शाह को पैसा लौटाने वाले मुद्दे पर कहा- एविडेंस लेकर बैठे हैं, कार्रवाई क्यों नहीं की
अशोक गहलोत के अमित शागह को पैसे लौटाने के मामले में शेखावत ने कहा कि यह पहली बार नहीं है कि गहलोत ने ऐसा पहली बार कहा। उन्होंने कहा कि जिन विधायकों ने पैसा लिया है वह विधायक पैसा वापस लौटा दें और आगे बढ़ कर उन्होंने सहजता दिखाते हुए कहा कि जिनका पैसा खर्च भी हो गया है तो AICC से दिला देंगे। यह बात तो तय है कि पैसा मुख्यमंत्री जी के पास पैसा आया है। इसके सबूत भी है। प्रिवेंशन ऑफ करप्शन की धाराओं के तहत जिन्होंने पैसे लिए आपने उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की ये बड़ा सवाल है। अगर यह जानते हुए भी कि किसी व्यक्ति ने भ्रष्टाचार किया है आपके पास में एविडेंस है राज्य के गृह मंत्री और मुख्यमंत्री दोनों होने के नाते यह आपकी नैतिक और वैधानिक जिम्मेदारी है कि आपको ऐसे संज्ञान में विषय के ऊपर कार्रवाई करनी चाहिए। आपने उस पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की।
वसुंधरा राजे और भाजपा के नेताओं के ऊपर सरकार बचाने की बात को लेकर भाजपा अब कांग्रेस नेता पर मानहानि का केस भी दायर कर सकती है। शेखावत ने कहा कि कांग्रेस पर कानूनी कार्रवाई के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता विचार कर रहे हैं।