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नागपुर में हुआ 'सेल्फ रियलाइजेशन विद विनायक कार्यक्रम, स्पीकर विनायक शर्मा बोले- 'मन के गुलाम नहीं, मन के राजा बनो'

11:06 AM Apr 09, 2024 IST | Digital Desk
नागपुर में हुआ  सेल्फ रियलाइजेशन विद विनायक कार्यक्रम  स्पीकर विनायक शर्मा बोले   मन के गुलाम नहीं  मन के राजा बनो

Self Realization with Vinayak: नागपुर के चिटनविस सेंटर में 8 अप्रैल को 'सेल्फ रियलाइजेशन विद विनायक' कार्यक्रम का आयोजन किया गया जहां आध्यात्मिक प्रचारक और मोटिवेशनल स्पीकर विनायक शर्मा ने युवाओं का मार्गदर्शन करते हुए आध्यात्म, सेल्फ मोटिवेशन, डिप्रेशन, मेंटल हेल्थ,एनलाइटमेंट और सनातन धर्म पर खुलकर चर्चा की. शर्मा ने नागपुर के चिटनविस सेंटर लॉन के बैंक्वेट हॉल में अपनी बात रखते हुए कहा कि हम सभी को सही गलत में फर्क का पता होता है लेकिन फिर भी मन के वशीभूत होकर हम गलत कदम उठा लेते हैं. उन्होंने कहा कि इसलिए अपने मन को गुलाम बनाकर अपने जीवन को जीना शुरू करना होगा.

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बता दें कि सेल्फ रियलाइजेशन विद विनायक कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को शाश्वत सत्य का अनुभव करवाना है क्योंकि मनुष्य ईश्वर का ही अंश हैं इस आयोजन का मकसद युवाओं को यह याद दिलाना है कि उनमें हर पराक्रम करने की ऊर्जा है और यह ऊर्जा उसके अंदर बैठे परमात्मा के द्वारा उसे जन्म से ही मिली हुई है बस हमें केवल पहचानने की आवश्यकता है.

वहीं कार्यक्रम में शर्मा को सुनने के लिए युवाओं का तांता लगा रहा. इसके अलावा विनायक शर्मा ने इस दौरान कई युवाओं की जिज्ञासा गौर से सुनी और उनके सवालों के जवाब भी दिए.

'गलत दिशा में जा रहा आज का युवा'

वहीं सत्र में आगे विनायक शर्मा ने कहा कि सारा खेल मन का ही है और हमें खुद को मन के वशीभूत होने से रोकना होगा. उन्होंने कहा कि आज ही मन को गुलाम बनाकर अपने जीवन को जीना शुरू कीजिए आप बदलाव खुद देखेंगे. शर्मा ने कहा कि आज का युवा मन का गुलाम बनकर अपने जीवन को गलत दिशा दे रहा है उसे इसी राह से बचने की जरूरत है.

'राम और कृष्ण हमारे सच्चे आइडियल'

उन्होंने आगे कहा कि हमें दृष्टा बनकर इस जीवन को समझना है और आज तक जो भी सूचना बचपन से हमें दी गई है वही हमारे मन और विचार को बुनती है और इसी जाल में फंसकर हम गलत फैसले ले बैठते हैं. विनायक शर्मा ने कहा कि सोशल मीडिया पर मिल रहे गुरुओं से बचने की आवश्यकता है क्योंकि आज का युवा सोशल मीडिया पर अपने आइडियल को चुनता है लेकिन राम और कृष्ण हमारे सच्चे आइडियल हैं कृष्ण ने सच्चे गुरु की तरह अर्जुन को धर्म क्षेत्र में जीवन का सार बताया.

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