सतीश पूनिया ने खेतों में जाकर फसल खराबे का किया आंकलन, सरकार से उचित मुआवजे की उठाई मांग
जयपुर। बीते कुछ दिनों से मौसम के बदलाव के चलते देश-प्रदेश में बारिश के साथ-साथ ओलावृष्टि भी हुई है, जिसके चलते बड़े पैमाने पर किसानों का नुकसान हो गया है। ओले गिरने से किसानों की फसलें नष्ट हो गई हैं। जिससे वे काफी परेशान हैं। किसानों की समस्या जानने के लिए आज भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया आज अपने विधानसभा क्षेत्र आमेर के कई गांवों में गए और खेतों का दौरा कर फसल खराबी का आंकलन किया। उन्होंने कांग्रेस सरकार से किसानों के फसल खराबे का आंकलन करा उचित मुआवजा देने की मांग की।
पूनिया ने यहां पर खेतों दर खेतों में घूमकर किसानों की खराब हो चुकी फसलों को देखा, उसका आंकलन किया, किसानों ने भी अपनी पीड़ी अपने विधायक को बताई। पूनिया ने कहा कि राजस्थान का किसान किस तरीके से जद्दोजहद करता है प्रकृति की मार झेलता है। यह देखने के लिए आज मैं अपने विधानसभा क्षेत्र आमेर के गांवों में आया हूं। यहां पर इतनी तादाद में ओलावृष्टि हुई है इतनी फसलें बर्बाद हुई है, एक किसान के तो 6 पशु ओलावृष्टि और तेज बारिश होने से दीवार गिरने से नीचे दब गए जिससे उसे काफी नुकसान हुआ है।
मैंने क्षेत्र राजारामपुरा समेत कई पंचायतों की स्थिति तो सरकार से स्पष्ट करा दी है लेकिन राजस्थान के कई हिस्सों में भी इसी तरह की आपदा आई है नुकसान हुआ है। इसलिए सरकार का युग धर्म है कि इस फसल खराबी का ठीक से आंकलन कराएं। इसमें कोताही ना बरतें और जितना जल्दी हो सके सरकार इसके मुआवजे की व्यवस्था करे। मैं जिस क्षेत्र में अभी इस समय हूं यहां पर टमाटर की फसल ज्यादा खराब हुई है। मैंने अपने क्षेत्र और उसके आसपास के पंचायतों का आंकलन किया है और पूरे राजस्थान में जिन इलाकों में ओलावृष्टि के चलते किसानों की फसलें बर्बाद हुई है उसका जल्द से जल्द आंकलन सरकार करवाए और उन्हें मुआवजा दिलवाए।
सीएम ने किया है मुआवजे का ऐलान
बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किसानों को फसल खराबे में हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा है कि बीते कई दिनों से राज्य में हुई बेमौसम बारिश एवं ओलावृष्टि से किसान परेशान हैं। मैं भी इसे लेकर चिंतित हूं। फसलों के नुकसान का आकलन करने के लिए लगातार गिरदावरी की जा रही है। राज्य सरकार इस मुश्किल समय में किसानों के साथ खड़ी है एवं खराबे का आंकलन कर मुआवजा दिया जाएगा।