'राजस्थान में हर दिन हो रहे 17 रेप और 7 हत्याएं', विधानसभा में गहलोत सरकार पर बरसे सतीश पूनिया
जयपुर। प्रदेश की बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष एवं भाजपा पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने राज्य सरकार पर फिर हमला बोला। राजस्थान विधानसभा में सतीश पूनियां ने तथ्यों के साथ कांग्रेस सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि यह यक्ष प्रश्न कानून व्यवस्था के तौर पर राजस्थान के जनमानस के सामने खड़ा है, पूरी दुनिया में राजस्थान शर्मसार हुआ है।
राजस्थान में अपराध के आंकड़ों की शुरुआत करें तो पौने 5 सालों में 10 लाख, 92 हजार मुकदमे रजिस्टर हुए हैं। यह राजस्थान की धरा पर पहली बार हुआ है। राजस्थान में अपराधों की फेहरिस्त इतनी लंबी है कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो इस बात की पुष्टि करता है कि 17 बलात्कार प्रतिदिन और 07 हत्याएं, यह राजस्थान की कांग्रेस सरकार की कानून व्यवस्था का आलम है।
पूनिया ने गिनाई कई घटनाएं
राजस्थान में 10 साल से कम उम्र की बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं यह देश में एक नंबर पर हैं, 848 दस साल से कम उम्र की बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं होती हैं। कोई भी लोककल्याणकारी सरकार अपनी जनता के लिए, प्रजा के लिए सुरक्षा का भरोसा देती है, लेकिन दृश्य देखिए कि किस तरीके से एक शिक्षिका को जमवारामगढ़ में जिंदा जला दिया जाता है।
एक वृद्धा के चांदी के कड़े पैर काटकर ले लिये जाते हैं, जोधपुर की घटना पुरानी नहीं है कल 16 जुलाई की घटना है, करौली जिले में युवती के साथ दुष्कर्म किया, गोली मारी, एसिड डालकर और उसके बाद उसे टुकड़े-टुकड़े करके डाल दिया गया।
गहलोत सरकार पर तुष्टिकरण के आरोप
केवल यही नहीं, लेकिन जब सरकार भेदभाव करने लग जाए तो मुझे लगता है कि राजस्थान और हिन्दुस्तान के इतिहास में कांग्रेस की यह सरकार तुष्टिकरण के मामले में भी एक नंबर पर हमेशा लिखी जाएगी। क्या कारण था कि रामनवमी, हिन्दू नववर्ष पर जुलूस पर प्रतिबंध लगते हैं और पीएफआई को हिजाब के मामले में यही सरकार तुष्टीकरण कर रैली की इजाजत देती है।
ऐसी सरकार जिस पर कानून व्यवस्था नहीं संभल रही, ना आदमी घर में सुरक्षित है, ना सड़क पर सुरक्षित, ना अस्पताल में सुरक्षित, ना स्कूल में सुरक्षित, मुझे लगता है कि यह सही कहा किसी ने कि कांग्रेस सरकार ने अपने आपको भगवान भरोसे छोड़ दिया है, प्रदेश की जनता की सुरक्षा के बजाय सरकार को अपनी कुर्सी की सुरक्षा की फिक्र ज्यादा है।