होमइंडिया
राज्य | राजस्थानमध्यप्रदेशदिल्लीउत्तराखंडउत्तरप्रदेश
मनोरंजनटेक्नोलॉजीस्पोर्ट्स
बिज़नेस | पर्सनल फाइनेंसक्रिप्टोकरेंसीबिज़नेस आईडियाशेयर मार्केट
लाइफस्टाइलहेल्थकरियरवायरलधर्मदुनियाshorts

लंपी पर बोले मंत्री संजीव बालियान- देश के अन्य राज्यों के मुकाबले प्रदेश में हालात गंभीर

09:43 AM Sep 22, 2022 IST | Jyoti sharma

केन्द्रीय पशुपालन राज्य मंत्री संजीव बालियान ने बुधवार को कहा कि राजस्थान में लम्पी वायरस संक्रमण की समस्या ज्यादा विकट है। जयपुर हवाई अड्डे पर उन्होंने कहा कि राजस्थान में संक्रमण के हालात ज्यादा भयावह हैं। वैसे तो लम्पी की समस्या देश के 15 राज्यों में है, लेकिन ज्यादातर राज्यों में स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य की बात यह है कि फिलहाल देश में लम्पी रोग से पीड़ित करीब 18.5 लाख गोवंश में से करीब 12.5 लाख गोवंश राजस्थान से है। बालियान ने कहा कि लम्पी वायरस के टीके की आपूर्ति की जिम्मेदारी केन्द्र सरकार की है। अभी भी राजस्थान सरकार के पास करीब 30 लाख टीके की डोज हैं। यहां अभी तक मात्र 12 लाख टीके लगे हैं। उन्होंने कहा कि देश के अन्य राज्य टीकाकरण में बहुत आगे हैं।

टीकाकरण कराने की प्रदेश सरकार की जिम्मेदारी मंत्री बालियान ने कहा कि राजस्थान सरकार को इससे निपटने के लिए जितना टीका या अन्य सामान चाहिए वह बताए, के न्द्र सरकार उन्हें उपलब्ध कराने में छह घंटे से ज्यादा समय नहीं लेगी। उन्होंने कहा कि सभी राज्यों को युद्ध स्तर पर टीकाकरण का काम करना चाहिए और चूंकि राजस्थान में यह समस्या गंभीर है, इसलिए के न्द्र सरकार हर संभव सहायता देने को तैयार है।

उन्होंने कहा कि पशुपालन और डेयरी प्रदेश का विषय है। हम सिर्फ आर्क मदद कर सकते हैं, साजो-सामान और थि टीका उपलब्ध करा सकते हैं, लेकिन टीकाकरण प्रदेश सरकार की जिम्मेदारी है। नई नाथ में भोलेनाथ के दर्शन, सिकं दरा में श्रमिकों से संवाद केन्द्रीय मंत्री राजस्थान के दो दिवसीय दौरे पर बुधवार सुबह जयपुर पहुंचे।

यहां से वो सड़क मार्ग से कानोता, बस्सी और दौसा के लिए रवाना हुए। दौसा में केंद्रीय मंत्री ने दो दिवसीय दौरे की शुरुआत दौसा लोकसभा क्षेत्र से की। उन्होंने नई नाथ स्थित भोलेनाथ के दर्शन किए और शाम को सिकंदरा में मूर्तिकला व्यवसायियों और श्रमिकों से संवाद किया। बालियान ने गोशाला में जाकर गायों की हालत देखी और उन्हें आयुर्वेदिक लड्डू भी खिलाया।

यह भी पढ़ें- जल्द आएगी बहु मंजिला इमारतों में नई पेयजल सप्लाई पॉलिसी

Next Article