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संजीवनी पर बढ़ती रार! गहलोत-शेखावत की जुबानी जंग में उतरा राजपूत समुदाय, CM को भेजा 3 पेज का लेटर

संजीवनी घोटाला मामले में प्रताप फाउंडेशन की ओर से एक पत्र जारी कर गहलोत को एक राजपूत नेता को निशाना बनाने के आरोप लगाए गए हैं.
02:25 PM Jun 07, 2023 IST | Avdhesh
संजीवनी पर बढ़ती रार  गहलोत शेखावत की जुबानी जंग में उतरा राजपूत समुदाय  cm को भेजा 3 पेज का लेटर
गजेंद्र सिंह शेखावत और अशोक गहलोत

जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के बीच संजीवनी घोटाले को लेकर जंग जारी है जहां दोनों नेताओं के बीच बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है. सीएम गहलोत लगातार शेखावत पर संजीवनी को लेकर संगीन आरोप लगा रहे हैं वहीं उधर दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में शेखावत ने गहलोत के खिलाफ मानहानि का दावा पेश किया है जिस पर सुनवाई 24 जून को होने वाली है. इस बीच राजपूत समुदाय के अहम संगठन प्रताप फाउंडेशन की भी इस विवाद में एंट्री हो गई है.

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बीते मंगलवार को फाउंडेशन की ओर से एक पत्र जारी कर गहलोत को एक राजपूत नेता को निशाना बनाने के आरोप लगाए गए हैं. फाउंडेशन ने गहलोत को तीन पेज का एक पत्र भेजा है जिसमें रोलसाहबसर का जिक्र करते हुए गहलोत के हाल में दिए गए बयान की निंदा की गई है.

दरअसल सीएम गहलोत ने हाल में बाड़मेर में कहा था कि मैंने भगवान सिंह रोलसाहबसर को फोन कर कहा था कि आपका अपने चेले से लोगों के डूबे हुए पैसे दिलवाएं. उन्होंने कहा कि रोलसाहबसर की कुछ मजबूरियां हो सकती हैं जिसके कारण शायद वह भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं. वहीं गहलोत ने आगे कहा कि शेखावत मामले में आरोपी है तभी गिरफ्तारी के डर से उन्होंने हाईकोर्ट से गिरफ्तारी पर रोक लगवा ली. मालूम हो कि शेखावत भी प्रताप फाउंडेशन से जुड़े हुए हैं.

'शेखावत का किया जा रहा है चरित्र हनन'

दरअसल प्रताप फाउंडेशन के वरिष्ठ सदस्य महावीर सिंह सरवादी के लिखे पत्र में कहा गया है कि अशोक गहलोत को राज्य का मुख्यमंत्री होने के नाते भगवान सिंह साहब का नाम लेकर इस तरह के निराधार बयान देने से बचना चाहिए और ऐसे बयान गरिमापूर्ण व्यवहार का संकेत नहीं है. पत्र में कहा गया है कि माननीय भगवान सिंह राजनीति में किसी भी तरह के निजी स्वार्थ के भागीदार नहीं है.

वहीं संजीवनी मामले को लेकर पत्र में शेखावत का समर्थन किया गया है और लिखा है कि संजीवनी जैसे कई मामले पहले भी सामने आए हैं और जिसकी जांच काफी समय से चल रही है लेकिन ऐसे समाज के एक उभरते हुए नेता गजेंद्र सिंह शेखावत को निशाना बनाया जाना उचित नहीं है.

गहलोत का आया रिएक्शन

गहलोत ने एक बार फिर भगवान सिंह रोलसाहबसर का जिक्र करते हुए कहा कि मैं रोलसाहबसर जी का सम्मान करता हूं और उसी के नाते उनका नाम लिया था, रोलसाहबसर गरीबों के लिए काम करते हैं, इसलिए मैंने सोचा था कि उनके कहने से संजीवनी में फंसे गरीबों का भी हित हो जाएगा.

वहीं गजेंद्र सिंह शेखावत पर लगाए आरोपों पर उन्होंने कहा कि मैं अभी भी अपने बयान पर अडिग हूं क्योंकि मैंने गरीबों का हक दिलाने के लिए बयान दिया था.

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