बेटा मंत्री बना तो खुशी से रोने लगी मां, MLA संजय शर्मा के कैबिनेट मंत्री बनने पर पत्नी ने दी ये प्रतिक्रिया
जयपुर। राजस्थान में भजनलाल सरकार के मंत्रिमंडल पर विस्तार हो गया है। राज्यपाल कलराज मिश्र ने 22 मंत्रियों को शपथ दिलाई। इनमें 12 कैबिनेट और 5 राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) 5 राज्य मंत्री हैं। इनमें अलवर शहर से लगातार दूसरी बार विधायक बने संजय शर्मा मंत्री बने हैं। उन्होंने स्वतंत्र मंत्री के रूप में शपथ ली है। हालांकि, विभागों का बंटवारा आगे होगा, लेकिन अलवर शहर से पहली बार बीजेपी का कोई नेता मंत्री बना है।
शनिवार को जयपुर में राजभवन में संजय शर्मा ने मंत्री पद की शपथ ली तो अलवर में जश्न का माहौल हो गया। अलवर शहर में बिजलीघर के पास स्थित आवास पर समर्थकों की भीड़ जुट गई। यहां संजय शर्मा का संयुक्त परिवार रहता है। संजय शर्मा का बड़ा मकान है। संजय के पिता 6 भाई रहे। विधायक खुद दो भाई हैं। दो बेटे हैं। एक ही मकान में पूरा परिवार रहता है। आवास के बाहर कार्यकर्ताओं की भीड़ जुट गई।
विधायक संजय शर्मा के मंत्री बनने के बाद उनकी मां तारा देवी और पत्नी बबीता शर्मा बहुत खुश हैं। बेटे के मंत्री बनने की खबर सुनते ही मां तारा देवी की आंखें भर आईं। उन्होंने कहा- बेटा मंत्री बन गया है। क्या बधाई दूं, उसके पिता नहीं हैं, उनका ही आशीर्वाद है। संजय एमएलए बना तो बहुत खुश हुए थे। वे होते तो अलग ही खुशी होती। संजय मुझसे बहुत अटैच है। अभी तक खाना मेरे पास ही खाता था, बहुत समय बिताता था।
वहीं संजय शर्मा की पत्नी बबीता ने कहा- हमने बिल्कुल भी नहीं सोचा था कि इन्हें मंत्री बनाया जाएगा। टीवी से ही हमे पता चला। एक बार तो लग रहा था कि ऐसा होगा, लेकिन हम कन्फर्म नहीं थे। पता होता तो पहले ही जयपुर पहुंच जाते। यह सब कार्यकर्ताओं की मेहनत का नतीजा है। अच्छा फल मिला है। पति जीते और मंत्री बने। अब क्षेत्र की सड़क बिजली पानी की समस्याएं तो हल करेंगे ही, मंत्री के रूप में भी अच्छी भूमिका निभाएंगे।
दूसरी बार विधायक, तीन बार जिलाध्यक्ष रहे संजय शर्मा…
संजय शर्मा ने 1989 में राजनीतिक करियर शुरुआत की। 1992 में बीजेपी युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष बने थे। 5 साल वे युवा मोर्चा में रहे। इसके बाद 10 साल (2003 व 2008) तक भाजपा जिला अध्यक्ष रहे। वो पार्टी के प्रदेश मंत्री रहे। अनेक जिलों के प्रभारी रहे। वहीं मुख्यमंत्री भजनलाल के साथ जिलाध्यक्ष रह चुके हैं। संजय शर्मा 2003, 2008 में बीजेपी के जिलाध्यक्ष रहे। वहीं 2019 में भी करीब 7 दिन पार्टी के जिलाध्यक्ष बनाए गए थे।
सरल छवि के नेता, लेकिन केंद्र में बड़े नेताओं से नजदीकी…
संजय शर्मा सरल छवि के नेता है, लेकिन केंद्र के बड़े नेता भूपेंद्र यादव व ओम माथुर के नजदीकी है। दोनों नेता उनके घर भी आ चुके हैं। संजय शर्मा अलवर जिले की अलवर शहर विधानसभा से लगातार दूसरी बार विधायक चुने गए हैं। 2018 में पहली बार अलवर शहर से विधायक बने। इसके बाद 2023 में दोबारा विधायक बने। संजय शर्मा को संघ का करीबी माना जाता है। इसी के साथ संजय शर्मा को वसुंधरा राजे का भी करीबी माना जाता है।
कड़ी टक्कर से जीता मुकाबला…
राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में अलवर शहर विधानसभा सीट से बीजेपी के संजय शर्मा ने अजय अग्रवाल को हराकर जीत हासिल की है। संजय शर्मा को कुल 90504 वोट मिले और अजय अग्रवाल को 81417 वोट मिल सके और वह 9087 वोटों से चुनाव हार गये। 2018 के विधानसभा चुनाव में संजय शर्मा ने यहां से जीत हासिल की थी। 2018 में बीजेपी के टिकट पर यहां से चुनाव लड़े संजय शर्मा ने कांग्रेस की श्वेता सैनी को 22,008 वोटों से हराया था।