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BJP ने 9 साल तक गरीबों की जेब पर डाका डाला, चुनाव से पहले ढकोसले जनता समझती है, पायलट का केंद्र पर तीखा वार

उत्तीसगढ़ टूर पर सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने इलेक्टोरल बॉन्ड पर केंद्र सरकार पर जमकर हमला किया। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले बीजेपी के ढकासलों को जनता समझती है।
04:25 PM Mar 21, 2024 IST | BHUP SINGH

जयपुर। उत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट (Sachin Pilot) दो दिवसीय प्रदेश दौरे पर पहुंचे। यहां वे पदाधिकारियों की बैठक लेने के साथ ही कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे। इस बीच मीडिया से मुखातिब होते हुए पायलट ने केंद्र सरकार को जमकर कोसा। उन्होंने कहा कि 9 साल तक गरीबों की जेब पर डाका डालने के बाद अब लोकसभा चुनाव से कभी पेट्रोल-डीजल के दाम घटा रही है तो कभी गैस सिलेंडर के दाम कर कर रही है। बीजेपी की नीतियों ने गरीबों को उनके हाल पर छोड़ दिया और मध्यम वर्ग को और गरीब कर दिया है। पायलट ने कहा कि जनता सब समझती है कि चुनाव से पहले सताधारी पार्टी ऐसा क्यों कर रही ताकि जनता को गुमराह किया जा सके।

पायलट ने कहा कि इंडिया एलायंस मजबूत से देशभर में चुनाव लड़ रही है। लेकिन अगर इस तरह कांग्रेस को टारगेट किया जाएगा तो कहीं ना कहीं इससे लोकतंत्र कमजोर होगा। बता दें कि पायलट 21 मार्च से दो दिवसीय प्रदेश दौरे पर रहे हैं। यहां वे रायपुर, बिलासपुर और जांजगीर-चांपा लोकसभा क्षेत्र का दौरा कर कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे।

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इलेक्टोरल बॉन्ड्स की नीति और नियत में फर्क आया

इलेक्टोरल बॉन्ड हो रही सियासत पर पायलट ने कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड को सुप्रीम कोर्ट ने अवैध घोषित कर दिया है। यह एक वसुली का तंत्र बन गया है। दुनिया में पहली बार ऐसा प्रकरण देखने का मिला है। देश में स्वतंत्र पारदर्शी चुनाव कराने की जिम्मेदारी चुनाव आयोग की है। निर्वाचन आयोग को इस पर संज्ञान लेना चाहिए और कार्रवाई करनी चाहिए। इलेक्टोरल बॉन्ड्स की नीति और नियत में फर्क आया है।

नैतिकता का उल्लंघन

पायलट ने कहा कि देश में आम चुनाव घोषित हो चुके हैं। कांग्रेस एक प्रमुख विपक्षी दल है। 32 साल पुराने आयकर प्रकरण का कोई केस थमा देना, बहाने बाजी कर आर्थिक रूप से कांग्रेस पार्टी को एक प्लेयिंग फील्ड न देना, यह आचार संहिता का और नैतिकता का उल्लंघन है।

निर्वाचन आयोग से निवेदन है कि इस प्रकार की कार्रवाई पर रोक लगाई जाए। इस तरह से काम करना और प्रतिशोध की भावना से काम करना लोकतंत्र को कमजोर करने के बराबर है। आज चुनाव का समय आया तब भाजपा जानबूझकर बदले की भावना से कांग्रेस को कमजोर करने का काम कर रही है।

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