Jodhpur: ना सिर ढकने को छत, ना रहने को चारदीवारी…खुले आसमां के नीचे बुरे हालात में जी रहे पाक विस्थापित हिंदू, 'सच बेधड़क' की ग्राउंड रिपोर्ट
जोधपुर की तरह जैसलमेर में पाक विस्थापितों के घरों को उजाड़ने का मुद्दा प्रदेश में गर्माया हुआ है। देश में पाक विस्थापितों को लेकर चलाए गए अभियान के तहत राजस्थान में पाक विस्थापित हिंदुओं की स्थिति सही नजर नहीं आ रही है। पश्चिमी राजस्थान में बसे इन लोगों की समस्याओं और इनके कारणों को करीब से जानने के लिए सच बेधड़क की टीम ने रियलिटी चेक किया। जिसमें से कई ऐसे चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं, जो इस मुद्दे पर और ज्यादा परेशान कर देती हैं।
पश्चिमी राजस्थान की बात करें तो जोधपुर में गंगाना गांव में लंबे समय से पाक विस्थापित हिंदुओं ने अपना डेरा डाल रखा है। यहां के पाक विस्थापित हिंदुओं का कहना है कि जोधपुर विकास प्राधिकरण ने रातों-रात उनके आशियाने उजाड़ दिए। जोधपुर विकास प्राधिकरण ने अतिक्रमण की कार्रवाई करते हुए पाक विस्थापितों के घरों पर पीला पंजा चलाकर उनके घरों को तोड़ दिया गया। वहां के पाक विस्थापित लोगों की मानें तो 20 से अधिक घरों को जोधपुर विकास प्राधिकरण द्वारा तोड़ा गया है।
इनका कहना है कि 5 सालों से हम यहां पर रह रहे हैं। 5 सालों में सरकार का कोई भी नुमाइंदा नहीं आया ना ही किसी प्रकार की कोई कार्यवाही हुई है। हमारे आशियाने बनकर तैयार हुए और राजस्थान सरकार के आदेश पर जोधपुर जेडीए विभाग ने कार्रवाई करते हुए पाक विस्थापित हिंदुओं के मकान तोड़ दिए गए तो दूसरी तरफ विकास प्राधिकरण के अधिकारी की बात करें तो उनका यह कहना है कि जो भी कार्रवाई हुई है नियमानुसार हुई है। पाक विस्थापित हिंदुओं की आज यही स्थिति है आज उन्हें खुले आसमान में गुजारा करना पड़ रहा है पाक विस्थापित हिंदुओं की जोधपुर में स्थिति खराब होती नजर आ रही है। मई और जून की गर्मी में पाक विस्थापितों की स्थिति खराब होती नजर आ रही है। खुले आसमान के नीचे वे खाना बना रहे हैं और वही अपना गुजारा कर रहे हैं।
पाक विस्थापित हिंदुओं की स्थिति जोधपुर में बिगड़ती नजर आ रही है तो दूसरी तरफ गर्मी की तेज तपिश उन्हें परेशान कर रही है। पाक विस्थापित हिंदुओं का कहना है कि दूसरे समुदाय के लोगों ने एक- एक लाख रूपयें में बिचौलिये से हम ने यहां पर प्लॉट लिए थे। काफी मुश्किलों के किस्तों में रुपए चुकाए रुपए पूरे चुकाने के बाद जोधपुर विकास प्राधिकरण का हमारे आशियाने पर पीला पंजा चल गया। बता दें कि बिचौलिए ने किसी प्रकार के पेपर नहीं बल्कि कब्जा शुदा जमीन बताकर एक-एक लाख रुपये में प्लॉट खरीदे थे।
विस्थापितों ने कहा कि अब हम जाएं तो जाएं कहां पाक विस्थापित हिंदुओं का यह भी आरोप की एक पक्ष की तरफ कार्यवाही हुई है। तो दूसरे पक्ष के मकानों को नहीं छोड़ा गया पाक विस्थापित हिंदुओं का कहना कि पिछले कई दिनों से कड़ी धूप खुले आसमान के नीचे गुजारा कर रहे हैं। राजस्थान सरकार या जोधपुर प्रशासन की तरफ से कोई नुमाइंदा उनकी देखरेख करने के लिए नहीं पहुंचा है । पाक विस्थापित हिंदुओं की इस समस्या को सुनकर लगता है कि कार्रवाई के इतने दिनों के बाद भी इनके लिए कोई सुनवाई नहीं हुई। देखना होगा कि भारत सरकार द्वारा चलाए गए पाक विस्थापित हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर सरकार सख्त कदम उठाती है या नहीं।
(रिपोर्ट- गिरीश दाधीच)