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J&K का 300 करोड़ की ऑफर वाला बीमा घोटाला : CBI ने राजस्थान और दिल्ली में 12 स्थानों पर दी दबिश

सीबीआई की टीम ने मलिक के पूर्व सहयोगी सुनक बाली, चार्टर्ड अकाउंटेंट संजय नारंग, वीरेंद्र सिंह राणा व कंवर सिंह राणा, प्रियंका चौधरी तथा अनीता से जुड़े दिल्ली और राजस्थान के ठिकानों पर तलाशी ली।
08:21 AM May 18, 2023 IST | Anil Prajapat

Insurance Scam In J&K : नई दिल्ली। केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने जम्मू कश्मीर कथित बीमा घोटाला मामले में जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के तत्कालीन सहयोगियों के परिसरों तथा दिल्ली और राजस्थान में 12 अन्य ठिकानों पर बुधवार को तलाशी ली। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। 

सीबीआई की टीम ने मलिक के पूर्व सहयोगी सुनक बाली, चार्टर्ड अकाउंटेंट संजय नारंग, वीरेंद्र सिंह राणा व कंवर सिंह राणा, प्रियंका चौधरी तथा अनीता से जुड़े दिल्ली और राजस्थान के ठिकानों पर तलाशी ली। बता दें, जम्मू-कश्मीर के तत्कालीन राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने खुद कुछ दिन पूर्व एक इंटरव्यू में उन्हें दो फाइल निकालने के लिए 300 करोड़ रुपए की ऑफर होने का आरोप लगाया था।

28 अप्रैल को हुई थी मलिक से पूछताछ 

एजेंसी से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली में दस स्थानों तथा राजस्थान में दो जिलों में तलाशी की कार्रवाई हुई। एजेंसी ने गत 28 अप्रैल को मलिक से पूछताछ की थी और बुधवार को यह कार्रवाई हुई है। अधिकारियों ने कहा कि इस मामले मेंवित्तीय दस्तावेजों के आकलन, डिजिटल साक्ष्य तथा आरोपियों और अन्य लोगों के बयानों को देखते हुए तलाशी अभियान जरूरी हो गया था। एजेंसी ने गत वर्ष अक्टूबर में मलिक के बयान भी दर्ज किए थे।

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सीबीआई में दर्ज हैं दो प्राथमिकियां

 एजेंसी ने पहली प्राथमिकी में रिलायंस जनरल इंश्योरेंस और ट्रिनिटी री-इंश्योरेंस ब्रोकर्सलिमिटेड को आरोपी बनाया है। कथित तौर पर योजना को 31 अगस्त, 2018 को राज्य प्रशासनिक परिषद की बैठक में मलिक द्वारा मंजूरी दी गई थी। बाद में यह योजना रद्द कर दी गई। इसके साथ ही कीरू जलविद्युत परियोजना से संबंधित कार्य के ठे के देने में कथित गड़बड़ी के बारे में दूसरी प्राथमिकी में सीबीआई ने आरोप लगाया कि ई-निविदा से संबंधित दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया गया। 

शिकायतकर्ता को परेशान करना दुर्भाग्यपूर्ण

मलिक पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सीबीआई इस मामले में शिकायतकर्ता को परेशान कर रही है। वह (सुनक बाली) बिना किसी सरकारी वेतन के जम्मू-कश्मीर में मेरे प्रेस सलाहकार/सचिव थे।

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