For the best experience, open
https://m.sachbedhadak.com
on your mobile browser.

वरिष्ठ अध्यापक पेपर लीक मामला: मुख्य आरोपियों की अधिगम कोचिंग पर चला जेडीए का बुलडोजर

वरिष्ठ अध्यापक पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपियों की अधिगम कोचिंग संस्थान पर सोमवार अलसुबह जेडीए ने बड़ी कार्रवाई की।
09:29 AM Jan 09, 2023 IST | Anil Prajapat
वरिष्ठ अध्यापक पेपर लीक मामला  मुख्य आरोपियों की अधिगम कोचिंग पर चला जेडीए का बुलडोजर

जयपुर। वरिष्ठ अध्यापक पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपियों की अधिगम कोचिंग संस्थान पर सोमवार अलसुबह जेडीए ने बड़ी कार्रवाई की। अधिगम कोचिंग की बिल्डिंग को जेसीबी पोकलेन मशीन से ध्वस्त किया गया। बता दें कि पेपर लीक मामले का मुख्य सरगना गोपालपुरा बाइपास स्थित गुर्जर की थड़ी पर किराए की बिल्डिंग में अधिगम कोचिंग सेंटर चलाता था।

Advertisement

अलसुबह जेडीए का प्रवर्तन दस्ता अधिगम कोचिंग की बिल्डिंग तोड़ने के लिए पहुंचा। इस दौरान भारी मात्रा में पुलिस बल भी तैनात रहा। जेडीए के दस्ते ने जेसीबी पोकलेन मशीन की सहायता से अधिगम कोचिंग सेंटर की बिल्डिंग को ध्वस्त किया। जेडीए ने अवैध निर्माण और आवासीय जमीन पर कॉमर्शियल कार्य के चलते कार्रवाई की। बता दें कि अधिगम कोचिंग सेंटर में 70 प्रतिशत भागीदारी सुरेश ढाका के परिजनों की है। सुरेश ढाका अधिगम कोचिंग सेंटर चलाता था और इसी कोचिंग सेंटर की आड़ में वो पेपर लीक का गिरोह चलाता था।

जेडीए के एन्फोर्समेंट विंग के चीफ रघुवीर सैनी ने बताया कि तीन दिन पहले टेक्निकल टीम से बिल्डिंग की जांच करवाई थी। इसमें पाया गया था कि बिल्डिंग जेडीए से बिना अनुमति और बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन करके बनाई गई है। ये इमारत दो आवासीय प्लॉट को जोड़कर बनाई गई है, जबकि इसका कॉमर्शियल उपयोग हो रहा है। जांच के बाद हमने बिल्डिंग मालिक अनिल अग्रवाल व भूपेन्द्र सारण, सुरेश ढाक, धर्मेंद्र चौधरी सहित चार कोचिंग संचालकों को नोटिस जारी किया था। टीम ने अवैध निर्माण हटाने के लिए 8 जनवरी तक का समय दिया था। साथ ही जवाब पेश करने के लिए कहा गया था। लेकिन, इन लोगों ने ना ही अतिक्रमण हटाया और ना ही जवाब पेश किया।

इस पर जेडीए की टीम सोमवार सुबह 7.30 बजे पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची और अवैध अतिक्रमण ध्वस्त करने की कार्यवाही शुरू की। जेडीए की टीम ने एक पोकलेन मशीन, 3 जेसीबी मशीन, 12 लोखंडा , 3 ड्रिल, 2 कटर और मजदूरों की सहायता अवैध अतिक्रमण ध्वस्त किया। इस दौरान मुख्य नियंत्रक प्रवर्तन, सभी उप नियंत्रक, उपायुक्त जोन-5, सभी प्रवर्तन अधिकारी मय प्रवर्तन दस्ते, जोन टीम, इंजीनियरिंग टीम, जयपुर पुलिस कमिश्नरेट से मानसरोवर एसीपी, थानाधिकारी व 50 पुलिसकर्मियों का जाब्ता मौके पर मौजूद रहा।

मुख्य आरोपियों के नेपाल भागने की आशंका

मुख्य सरगना सुरेश ढाका और भूपेंद्र सारण अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। राजस्थान पुलिस और एसओजी की टीम लगातार दोनों आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। कोर्ट ने दोनों आरोपियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया हुआ है और राजस्थान पुलिस ने तो दोनों सरगनाओं पर 25-25 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया है। लेकिन, अभी तक दोनों सरगना पुलिस के हत्थे नहीं चढ़े है। ऐसे में आशंका जाहिर की जा रही है कि दोनों सरगना देश छोड़कर नेपाल में जाकर छिप गए है। राजस्थान पुलिस और एसओजी की टीम लगातार दोनों आरोपियों का सुराग लगाने में जुटी हुई है।

सरगनाओं की संपत्ति होगी जब्त

इधर, पेपर लीक मामले में इस बार गहलोत सरकार बड़े एक्शन के मूड में है। सरकार ने सरगनाओं की संपत्ति को जब्त करने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए दोनों सरगनाओं और उनके परिजनों की संपत्ति की जानकारी जुटाई जा रही है। जांच में खुलासा हुआ है कि सरगना सुरेश ढाका और भूपेन्द्र के पास करोड़ों की संपत्ति है। दोनों सरगना इतने शातिर है कि उन्होंने अपनी करोड़ों की संपत्ति को परिजनों के नाम करवा रखा है। ऐसे में अब सरकार सरगनाओं के साथ-साथ उनके परिजनों की संपत्ति को जब्त करने की तैयारी में जुटी हुई है।

.