RPSC Paper Leak: पेपर लीक माफिया के खिलाफ बेरोजगारों ने खोला मोर्चा, उपेन यादव के नेतृत्व में निकाली महारैली
RPSC Paper Leak: जयपुर। राजस्थान में हुए पेपर लीक से युवाओं में ख़ासा आक्रोश व्याप्त है। मामले को लेकर युवा लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी कड़ी में राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव ने बेरोजगार आक्रोश महारैली का ऐलान किया था। जिसके लिए बड़ी तादाद में युवा बेरोजगार चौमू थाना मोड पर पहुंचे। जहां युवाओं ने आक्रोश महारैली निकाल कर अपना आक्रोश व्यक्त किया।
RPSC Paper Leak: युवाओं ने जमकर की नारेबाजी
बता दें कि बुधवार को बड़ी संख्या में युवा बेरोजगार चौमू थाना मोड पर एकत्रित हुए। जहां युवाओं ने चौमू थाना मोड़ से एसडीएम कार्यालय तक महारैली निकालकर विरोध जताया। इस दौरान युवाओं ने जमकर नारेबाजी की। वहीं महारैली में युवाओं ने पेपरलीक माफियो का खात्मा करवाने, रासुका कानून लागू करवाने और पेपर लीक की जांच सीबीआई से करवाने की मांग उठाई। साथ ही युवा बेरोजगारों ने बजट में विभिन्न विभागों में रिक्त पदों पर नई भर्तियां निकालने की मांग भी की।
उपेन यादव ने कही ये बात
बेरोजगारों की आक्रोश महारैली के दौरान उपेन यादव ने कहा कि पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई से करवाई जानी चाहिए और भर्तियों में तत्काल रासुका कानून लागू किया जाए। साथ ही उपेन यादव ने यह भी कहा कि मामले में सभी दोषियों को जेल में डाला जाए और उनकी संपति जब्त कर युवा बेरोजगारों के साथ न्याय किया जाए। वहीं आक्रोश महारैली के बाद बेरोजगारों के 7 सदस्य प्रतिनिधिमंडल ने एसडीएम को मुख्यमंत्री गहलोत के नाम ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में युवाओं ने कई मांगें रखी है।
बेरोजगारों ने रखी ये मांगें
- भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून ( रासुका NSA )तत्काल लागू किया जाए। इस कानून के तहत अपराधियों को 12 महीने तक जमानत नहीं हो और उन्हे कठोर सजा दी जाए।
- भर्तियों में पेपर लीक मामलों की जांच सीबीआई से करवाई जाए।
- पेपर लीक में पकड़ी गई बस की जांच निष्पक्ष रुप से की जाए।
- आरपीएससी की गोपनीयता (पेपर सेंटर, प्रिंटिंग, वितरण) की निष्पक्ष जांच की जाए।
- तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती 48,000 पदों पर फरवरी में आयोजित होगी और इसके अलावा CET परीक्षा आयोजित होगी। वहीं राज्य सरकार दावा कर रही है 1 लाख पदों पर और नई भर्तियां की जाएगी। ऐसे में इन सभी भर्ती परीक्षाओं से पहले राज्य सरकार सतत धरपकड़ अभियान चलाकर प्रदेश में पनपे पेपर माफिया गिरोह का खात्मा करें।
- ऐसा सिस्टम स्थापित किया जाए जहां युवा फर्जीवाड़े, नकल और पेपर लीक को लेकर कभी भी किसी भी वक्त सीधी शिकायत कर सके। जिस पर तुरंत कार्रवाई हो सके।
- नए गैर जमानती कानून के तहत पेपर लीक में लिप्त सभी दोषियों के खिलाफ जल्द सख्त कार्रवाई की जाए और किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाए।
- पेपर लीक में लिप्त दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलवाने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन किया जाए।
- आरपीएससी, कर्मचारी चयन बोर्ड जैसी संस्थाओं में सरकार ईमानदार, निष्पक्ष और सेवानिष्ठ अधिकारियों की नियुक्ति करे। जिन्हें अपनी प्रतिष्ठा और जेल का डर हो।
- राज्य सरकार पेपर बाहरी प्रिंटिंग प्रेसो से ना छपवाकर खुद की प्रिंटिंग प्रेसो से ही छपवाने का कार्य करें।
- पेपर लीक में लिप्त जागृति स्कूल की मान्यता तुरंत रद्द की जाए। जिससे अपराधियों में कानून का भय बना रहे।
- पेपर लीक में लिप्त कोचिंग को जल्द से जल्द सिल किया जाए।
- सेकंड ग्रेड पेपर लीक मामले की जांच अंतिम कड़ी तक की जाए और मुख्य आरोपियों को बेनकाब कर जल्द से जल्द सलाखों के पीछे भेजा जाए।
- आगामी भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक होते है तो संबंधित विभाग के अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाए और संबंधित मंत्री का इस्तीफा लिया जाए।
- स्कूल व्याख्याता एसआई भर्ती में संदिग्ध अभ्यर्थीयों की निष्पक्ष जांच की जाए।