होमइंडिया
राज्य | राजस्थानमध्यप्रदेशदिल्लीउत्तराखंडउत्तरप्रदेश
मनोरंजनटेक्नोलॉजीस्पोर्ट्स
बिज़नेस | पर्सनल फाइनेंसक्रिप्टोकरेंसीबिज़नेस आईडियाशेयर मार्केट
लाइफस्टाइलहेल्थकरियरवायरलधर्मदुनियाshorts

श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी… अब गढ़ गणेश मंदिर तक जाने के लिए नहीं चढ़नी पड़ेंगी 365 सीढ़ियां

जयपुर के नाहरगढ़ की पहाडी पर विराजमान प्राचीन गढ़ गणेश मंदिर तक रोप वे कार्य का शुभारम्भ हो गया है।
08:00 AM Jul 20, 2023 IST | Anil Prajapat
Garh Ganesh temple

Garh Ganesh temple Ropeway : जयपुर। प्रथम पूज्य भगवान गणेश के भक्तों के लिए खुशखबरी आई है। शहर के नाहरगढ़ की पहाडी पर विराजमान प्राचीन गढ़ गणेश मंदिर तक रोप वे कार्य का शुभारम्भ बुधवार को हो गया है। इसके लिए गेटोर की छतरी के पास से जेसीबी ने खुदाई करना शुरू कर दिया है। रोप वे बनने के बाद यहां आने वाले श्रद्धालुओं को भगवान गणेश जी के दर्शन के लिए 365 सीढ़ी चढ़ने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा और मात्र तीन मिनट में ही भक्तों को गणपति के दर्शन हो जाएंगे।

महंत ने पूजा-अर्चना कर शुरू कराया कार्य 

बुधवार को मंदिर महंत पं. प्रदीप औदिच्य और महेश औदित्य ने मशीन की पूजा अर्चना कर कार्य को शुरू कराया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज प्रथम पूज्य गणेश जी के मंदिर पर बहुप्रतिक्षित रोप वे का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। रोप के निर्माण से बुजुर्ग लोगों को ज्यादा फायदा हो पाएगा।

मंत्री महेश जोशी ने निभाई बड़ी भूमिका

उन्होंने बताया कि रोप वे का लगना आसान कार्य नहीं था। पहाड़ी क्षेत्र वन विभाग में आने के कारण मार्गकी एनओसी नहीं मिल पा रही थी, लेकिन भगवान के आशीर्वाद से स्थानीय विधायक और जलदाय मंत्री महेश जोशी ने गढ़ गणेश मंदिर में रोप-वे के लिए फर्स्ट स्टेज में वन विभाग की सैद्धांतिक स्वीकृति दिलवाई और अन्य कई कार्य भी प्रशासन से कराए। इसके बाद रोप-वे बनाने के लिए वन विभाग की जमीन का डायवर्जन प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया। इस प्रोजेक्ट के लिए 0.45 हैक्टेयर जमीन वन विभाग से ली गई है, जिसके बदले प्रशासन वन विभाग को दूसरी जगह जमीन उपलब्ध करवाएगा। 

गेटोर की छतरियों से शुरू होगी यात्रा 

नहर के गणेशजी से गढ़ गणेशजी तक 290 मीटर दरी हैं। इस दूरी काे तय करने के लिए श्रद्धालुओं को 365 खड़ी सीढ़ियां चढ़नी पड़ती है। इसमें सबसे ज्यादा परेशानी बच्चों, बुजुर्ग और विशेष योग्यजनों को होती हैं। ऐसे में नीचे से ही भगवान श्रीगणेश के हाथ जोड़कर पूजा-अर्चना करते हैं। रोप-वे बनने के बाद ये श्रद्धालु मंदिर तक आसानी से जा सकें गे। यहां बनने वाले रोप-वे 6 ट्रॉलिया का सेटअप लगेगा और एक ट्रॉली में 6 व्यक्ति एक साथ बैठ सकेंगे।

ये खबर भी पढ़ें:-नमामि गंगा प्रोजेक्ट के STP प्लांट में दौड़ा करंट दौड़ा, 16 लोगों की मौत… 7 झुलसे

Next Article