रोहित राठौड़ की थी गोगामेड़ी से निजी दुश्मनी, तभी हुआ हत्याकांड में शामिल, पूछताछ में किया बड़ा खुलासा
Sukhdev Singh Gogamedi Murder Case: जयपुर में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड को लेकर CP बीजू जॉर्ज जोसफ ने प्रेसवार्ता आयोजित की है। इस प्रेसवार्ता में CP बीजू जॉर्ज जोसफ ने कहा- तकनीकी और सीसीटीवी फुटेज से आरोपियों की पहचान की गई। 5 दिसंबर से पुलिस की टीम आरोपियों की तलाश में लग रही थी। SIT को एक आरोपी के डीडवाना में होने की सूचना मिली थी। एक टीम जयपुर में व्यवस्था संभालने में लगी रही और दूसरी टीम आरोपियों तलाश में जुटी रही। हरियाणा पुलिस का भी मामले में साथ मिला था।
रोहित गोदारा तक पहुचेगें
CP बीजू जॉर्ज जोसफ ने आगे कहा कि एक आरोपी को कल गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया अगले चरण में मास्टरमाइंड को पकड़ने के लिए जाल बिछा रखा है, पंजाब पुलिस ने भी हमने संपर्क किया, रोहित गोदारा तक अब तक नहीं पहुंचे लेकिन अब पहुंचने वाले है। पुलिस ने बताया कि यह हत्या रोहित गोदारा के इशारे पर हुई थी। दोनों शूटरों ने मास्टरमाइंड वीरेंद्र चारण की प्लानिंग पर गोगामेड़ी की हत्या की घटना को अंजाम दिया।
रोहित गोदारा दे रहा था डायरेक्शन
मीडिया रिपोर्ट की माने तो दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच टीम के इंस्पेक्टर राकेश शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार दोनों शूटर हरियाणा के महेंद्रगढ़ का नितिन फौजी और राजस्थान के नागौर जिले का रोहित राठौड़ हत्याकांड के बाद से गैंगस्टर रोहित गोदारा के संपर्क में थे। वहीं, उसके हैंडलर वीरेंद्र चरण ने उसे हथियार और यहां तक कि पैसे भी मुहैया कराए थे। कहां भागना है और कैसे भागना है इसका पूरा डायरेक्शन रोहित गोदारा द्वारा दिया जा रहा था।
लॉरेंस गैंग से अनबन
आनंदपाल एनकाउंटर के बाद सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने पूरे आंदोलन का नेतृत्व किया, लेकिन उसके बाद से बदली परिस्थितियों में उन पर पैसे लेने के कई आरोप लगे। इसके साथ ही लॉरेंस गैंग से उसकी अनबन शुरू हो गई। दोनों शूटरों ने दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के सामने यह खुलासा किया है। हालांकि पूरा खुलासा जयपुर पुलिस की जांच के बाद ही हो पाएगा।
रोहित राठौड़ से थी गोगामेड़ी की दुश्मनी
इस मामले में चौंकाने वाली बात भी सामने आई है। हत्या में शामिल एक शूटर रोहित राठौड़ की गोगामेड़ी से निजी दुश्मनी थी। इसके चलते वह गोगामेड़ी की हत्या करने को तैयार था। रोहित के खिलाफ 7 साल पहले जयपुर के वैशाली नगर थाने में राजपूत समाज की एक नाबालिग लड़की के अपहरण और बलात्कार का मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में गोगामेड़ी ने नाबालिग के पिता की मदद की थी।
रोहित राठौड़ का काटनी पड़ी थी जेल
इस मामले में रोहित को जेल भी काटनी पड़ी थी। इस केस के सिलसिले में उनके परिवार को काफी पैसे खर्च करने पड़े। साथ ही बहन की शादी के लिए जयपुर में अपना घर भी गिरवी रखना पड़ा। इस कारण वह गोगामेड़ी को अपना दुश्मन मानता था। जयपुर जेल में रहने के दौरान रोहित राठौड़ की जान-पहचान लॉरेंस गैंग के वीरेंद्र चरण से हुई। उसी ने वीरेंद्र को इस हत्या के लिए तैयार किया था।