आरओ भर्ती परीक्षा में विग से नकल कराने का मामला, सरगना तुलछाराम को बीकानेर पुलिस ने नागौर में दबोचा
RO recruitment exam : बीकानेर। राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की ओर से आयोजित राजस्व अधिकारी (RO) भर्ती परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह के सरगना तुलछाराम को बीकानेर पुलिस ने नागौर से गिरफ्तार किया है। आरोपी को नागौर जिले से दस्तयाब कर शुक्रवार सुबह पुलिस की टीम बीकानेर पहुंची। जहां पर आरोपी से लगातार पूछताछ की जा रही है। पुलिस इस मामले में तीन आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरओ भर्ती परीक्षा में नकल कराने में तुलछाराम का ही हाथ था और उसके खिलाफ अहम सबूत भी मिले थे। जांच में सामने आया कि जोधपुर के दो और अभ्यर्थियों के तुलछाराम से संपर्क है। इसके बाद पुलिस लगातार आरोपी की तलाश में जुटी रही और आखिरकार गुरुवार देर रात बीकानेर पुलिस ने आरओ भर्ती परीक्षा में विग से नकल मामले में आरोपी को नागौर में दबोच लिया। फिलहाल, पुलिस यह पता लगाने में जुटी हुई है कि विग से नकल किस तरह करवाई और कितने रुपए लिए गए।
एएसपी आईपीएस हरिशंकर ने बताया कि पिछले दिनों बीकानेर के तीन सेंटर्स पर विग से नकल मामले में पुलिस ने आरोपी महेंद्र कुमार, मनोज और पवन मूंड को गिरफ्तार किया था। जिसने पूछताछ में तुलछाराम का नाम सामने आया था। सरगना तुलछाराम ने प्रदेशभर में कई अभ्यर्थियों से संपर्क कर नकल कराने की डील की थी और हर अभ्यर्थी से 8 से 12 लाख रुपए में सौदा तय हुआ था। इसके लिए ब्लैंक चेक एडवांस में लिए गए थे। तुलछाराम ने अभ्यर्थियों से स्टाम्प पेपर भी मांगे थे। इसके बाद पुलिस ने तुलछाराम को पकड़ने के लिए कई जगह पर छापेमारी की थी। सरगना की गिरफ्तारी में नोखा थानाधिकारी ईश्वर प्रसाद जांगिड़ की भूमिका अहम रही। ईश्वर प्रसाद ने ही नागौर से तुलछाराम को हिरासत में लेकर बीकानेर पुलिस को सूचना दी थी। इसके बाद नागौर पहुंची पुलिस टीम शुक्रवार सुबह आरोपी को लेकर बीकानेर पहुंची। जहां पर आरोपी से पूछताछ जारी है।
नकल मामले में पहले भी पकड़ा जा चुका है तुलछाराम
तुलछाराम चप्पल से नकल करवाने के मामले में गिरफ्तार हो चुका है। आरोप है कि उसने चप्पल में सिम और ब्लूट्रूथ फिट की थी। तब पुलिस ने उसे व उसके भतीजे पौरव कालेर को गिरफ्तार किया गया। अब आरओ की परीक्षा में विग पहनकर नकल करने के मामले में तीन जने गिरफ्तार हुए हैं। इन तीनों ने तुलछाराम का नाम लिया। बताया जाता है कि ये विग भी तुलछाराम ने दिल्ली से ही खरीदी थी। रीट भर्ती परीक्षा में भी तुलछाराम नकल का सरगना रहा है।