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रिसर्च में डराने वाला दावा, कोरोना से 18 माह तक मौत का खतरा

07:48 AM Jan 20, 2023 IST | Supriya Sarkaar

दुनिया कोरोना वायरस के प्रकोप से अब धीरे-धीरे बाहर आ रही है। कोरोना पॉजिटिव हुए कुछ मरीजों को अब पोस्ट कोविड परेशान कर रहा है। जिस वजह से छोटी बीमारी भी ऐसे लोगों के लिए बड़ी बन जाती है। इस बीच शोधकर्ताओं ने गुरुवार को चेतावनी दी कि कोविड-19 रोगियों में संक्रमित होने के बाद कम से कम 18 महीने तक मौत का खतरा बढ़ जाता है। 

महामारी के दौरान ऐसे कई मामले देखे गए जिनमें कोरोना को हराने के कुछ दिन बाद लोगों की मौत हो गई। लगभग 1.60 लाख प्रतिभागियों के अध्ययन के अनुसार कोविड रोगियों में असंक्रमित प्रतिभागियों की तुलना में हृदय संबंधी विकार विकसित होने की संभावना अधिक है। 

तीन हफ्ते तक 81 गुना अधिक खतरा 

असंक्रमित व्यक्तियों की तुलना में संक्रमित हो चुके व्यक्तियों में संक्रमण के बाद के तीन हफ्तों में मरने की संभावना 81 गुना अधिक और 18 महीने बाद तक पांच गुना अधिक है। अध्ययन के अनुसार गंभीर कोविड मरीजों में प्रमुख हृदय रोग विकसित होने या गैर-गंभीर मामलों की तुलना में मरने की संभावना अधिक है।

दिल को बीमार कर गया कोविड 

कोविड रोगियों में मायोकार्डियल इन्फ्रक्शन, कोरोनरी हृदय रोग, हार्ट फेलियर सहित छोटी और लंबी अवधि दोनों में असंक्रमित लोगों की तुलना में हृदय संबंधी विकारों की अधिक संभावना है। हाल ही में हार्ट अटैक से मरने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। 

एक्सपर्ट इसके पीछे लोगों के बदले हुए लाइफस्टाइल और कोरोना को प्रमुख वजह बता रहे हैं। कोरोना वायरस फेफड़ों पर हमला करता है लेकिन इसका असर दिल पर भी पड़ता है। कम ऑक्सीजन मिलने से दिल की पंपिंग कैपेसिटी भी कम हो जाती है।

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