विधानसभा सचिव के पेश किए जवाब में खुलासा, 91 नहीं 81 विधायकों ने दिए थे इस्तीफे
25 सितंबर 2022 की रात को सीएलपी बैठक से समानांतर हुई बैठक के बाद जो विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के आवास पर 91 विधायकों ने इस्तीफे दे दिए थे। लेकिन कल राजस्थान हाईकोर्ट में विधानसभा सचिव की ओर से जो जवाब पेश किया गया है उसमें बताया गया है कि 91 नहीं 81 विधायकों ने इस्तीफे पेश किए थे। इनमें से 5 तो फोटोकॉपी की प्रतियां थीं और 6 विधायक विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष खड़े थे।
वापस ले लिए गए सभी इस्तीफे
विधानसभा सचिव ने जो जवाब पेश किया है उसमें यह भी बताया गया है कि सभी विधायकों के इस्तीफे वापस ले लिए गए हैं। इस पर हाइकोर्ट ने राजेंद्र राठौड़ को 3 दिन में अपना पक्ष रखने को कहा था। राजेंद्र राठौड़ ने विधानसभा सचिव के इस जवाब पर कहा है कि वे लिखित में या हलफनामा कोर्ट में पेश करें। मैं भी उसका अध्ययन करूंगा। विधानसभा सचिव के जवाब पेश करने को लेकर राजेंद्र राठौड़ ने विधानसभा की कार्य प्रक्रिया का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस्तीफे स्वीकार करने या अस्वीकार करने को लेकर एक समय सीमा होती है उसके बाहर इन इस्तीफों को अस्वीकार किया गया है। इसका जवाब भी विधानसभा सचिव और अध्यक्ष को कोर्ट में देना चाहिए।
इस्तीफा स्वीकार करने से पहले ही वापस ले लिए गए
राठौड़ के इस सवाल का भी जवाब पेश किया गया जिसमें कहा गया कि विधानसभा की प्रक्रिया नियम के तहत इस्तीफा स्वीकार होने से पहले सदस्य उसे वापस ले सकता है। साथ ही यह भी बताया कि नियमों के तहत वे विधानसभा अध्यक्ष और सचिव की ओर से पैरवी कर सकते हैं।
23 जनवरी से पहले होना है फैसला
बता दें कि कल सोमवार को राजस्थान हाईकोर्ट में राजेंद्र राठौड़ की रिट पर सुनवाई ही थी। जस्टिस एमएम श्रीवास्तव और जस्टिस चंद्र कुमार सोनगरा की खंडपीठ ने यह सुनवाई की थी। विधानसभा सचिव की ओर से महाधिवक्ता MS सिंघवी ने अपना पक्ष रखा। राजेंद्र राठौड़ ने कहा था कि 23 जनवरी से विधानसभा का सत्र शुरू हो रहा है। कोर्ट ने कहा था कि विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले ही इसका फैसला हो जाना चाहिए लेकिन अभी तक कोई फैसला नहीं हो पाया है। 20 जनवरी को अब अगली सुनवाई होगी। 110 दिन गुजर चुके हैं। राजस्थान की जनता जानना चाहती है कि इस्तीफे वाले मामले का क्या हुआ।