माघ मास में करें काले तिल से कष्टों का निवारण, पापों को होगा नाश, खुलेगें बंद किस्मत के ताले
काले तिल को खाने के साथ, धार्मिक कार्यों में भी प्रयोग किया जाता है। मकर संक्रांति का पर्व इन तिलों पर ही आधारित है। मकर संक्रांति पर तिल गुड़ खाना,तिल का दान करना और पानी में काले तिल डालकर स्नान करने का बहुत महत्व है। काले तिल का संबंध शनि से है। शनिदेव के दोष दूर करने और कृपा पाने के लिए काले तिलों का प्रयोग किया जाता है। इस समय माघ् का महिना चल रहा है। इस माह में तिल के प्रयोग से पापों का नाश होता है,कष्टों से छुटकारा मिलता है। इसके साथ ही बीमारियों भी दूर होती है।
तिल के उपाय
बहते पानी में करें प्रवाहित
-जिन लोगों की कुंडली में शनि दोष है या शनि की साढ़ेसाती और ढैया चल रही है उन्हें काले तिल का यह उपाय लाभ देगा। माघ महिने के प्रत्येक शनिवार को काले तिल को बहते पानी में प्रवाहित करें । इससे जातकों को शनि के कहर से राहत मिलेगी।
कालसर्प और पितृदोष होगा दूर
-काले तिल राहु-केतु के दुष्प्रभावों से छुटकारा दिलाते हैं। शनिवार को काले तिल का दान करने से राहु -केतु के प्रभाव से राहत मिलती है। यह उपाय कालसर्प दोष और पितृ दोष से हो रहे कष्ट को भी कम करता है।
गरीब को दान दें
-माघ महिने के हर शनिवार को काले तिल और काली उड़द को ,काले कपड़े में बांध कर किसी गरीब को दान कर दें । इसके साथ ही कुछ पैसे भी दे दें। इससे आर्थिक परेशानी दूर होती है और धन आगमन के रास्ते खुलते हैं।
धन हानि रुकेगी
-यदि किसी व्यक्ति को बार-बार धन और पैसे की हानि हो रही है तो परिवार के प्रत्येक सदस्य के सिर से एक-एक मुठ्ठी तिल लेकर वार दें। फिर उन्हें उत्तर दिशा में फेंक दें। ऐसा करने से बार-बार होने वाली धन हानि रुकेगी।
पीपल पर चढ़ाएं काले तिल मिला दूध
-जीवन में कष्ट और मुसीबतों के पहाड़ हों और बुरा वक्त खत्म होने का नाम नहीं ले रहा हो तो,तिल का यह उपाय कारगर साबित होगा। हर शनिवार को दूध में काले तिल मिलाकर पीपल पर चढ़ाएं और साथ में ,ओम नमों भगवते वासुदेवाय, का जाप करते जाएं। इससे जीवन का बुरा वक्त खत्म होगा और लाभ के रास्ते बनते जाएगें।