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Rajasthan Election : कोटा के लाडपुरा में बदले सारे चुनावी समीकरण! कल्पना देवी को मिला भवानी सिंह राजावत का साथ

03:07 PM Nov 21, 2023 IST | Sanjay Raiswal
rajasthan election   कोटा के लाडपुरा में बदले सारे चुनावी समीकरण  कल्पना देवी को मिला भवानी सिंह राजावत का साथ

जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने में अब 4 दिन ही दिन बाकी है। इस बार विधानसभा चुनावों में कुल 1875 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। चुनावी सरगर्मी के बीच राजनीतिक दल अपने उम्मीदवारों की लिस्ट फाइनल करने में जुटे हैं। राजस्थान के कोटा जिले में कुल 6 विधानसभा सीटें आती हैं जिसमें 3 सीटों पर बीजेपी तो 3 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है। उन्हीं में से लाड़पुरा सीट है, जहां पर बीजेपी का कब्जा है।

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यहां से तीन बार के विधायक रहे भवानी सिंह राजावत ने लाडपुरा से टिकट के लिए दावेदारी की थी, लेकिन पार्टी ने फिर से विधायक कल्पना देवी को ही प्रत्याशी बनाया था। जिसके बाद राजावत खुलकर विरोध में आ गए थे। राजावत ने एक सभा कर कार्यकर्ताओं के बीच निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। इसके बाद नामाकंन दाखिल किया और नाम वापस भी नही लिया। नाम वापसी के दिन भी उन्हें मनाने की कोशिशें हुई थी लेकिन राजावत पीछे नहीं हटे। पार्टी ने राजावत को निलंबित कर दिया था।

सोमवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला कोटा पहुंचे। उन्होंने कोटा में पीएम मोदी की सभा से करीब तीन घंटे पहले बीजेपी के पूर्व विधायक और लाडपुरा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ भवानी सिंह राजावत को मना लिया। लोकसभा स्पीकर की बात मानकर भवानी सिंह राजावत ने राजावत ने लाडपुरा सीट से भाजपा प्रत्याशी कल्पना देवी के समर्थन में जुटकर काम करने की बात कही है। सोमवार देर रात लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से राजावत की मुलाकात हुई। आधे घंटे चली बातचीत के बाद मंगलवार सुबह राजावत ने चुनाव न लड़कर बीजेपी को समर्थन देने की बात कही।

भवानी सिंह राजावत ने भाजपा प्रत्याशी को दिया समर्थन…

भवानी सिंह राजावत ने लाडपुरा से भाजपा प्रत्याशी कल्पना देवी को समर्थन देने की बात कही। मीडिया से बातचीत में राजावत ने कहा कि मैंने कार्यकर्ताओं को भगवान माना है। मैं कल्पना देवी से भी अपेक्षा करता हूं कि वह कार्यकर्ताओं को देवता मानकर चलें और कार्यकर्ताओं और उनके बीच में जो दूरी रही है, वह नहीं हो। कल्पना देवी को कार्यशैली में बदलाव लाकर आने वाले समय में कार्यकर्ताओं और जनता के बीच जाना पडे़गा। राजावत ने कहा कि अब राजतंत्र नहीं लोकतंत्र है। यह दूरी दूर करनी पडे़गी और कार्यकर्ताओं के सुख-दुख में शामिल होना होगा। मैं उनसे यही अपेक्षा करता हूं। अब मिलकर काम करेंगे और हाड़ौती की सभी सीटों पर कांग्रेस को हराएंगे।

राजावत बोले, पार्टी मेरी मां है…

राजावत ने कहा कि मैं 45 साल से पार्टी की तन मन से सेवा कर रहा हूं। पार्टी ने मुझे भरोसा दिलाया है कि आपके कार्यकर्ताओं का, आपका पार्टी में पूरा सम्मान रहेगा। मैं निर्दलीय प्रत्याशी था लेकिन पार्टी को मैंने मां माना है, इसलिए पार्टी से दूरी मेरे से बर्दाश्त नहीं होती। आज मैनें पार्टी में वापस शामिल होने का निर्णय लिया है।

ओम बिरला मेरे छोटे भाई, उन्होंने कहा और मैं मान गया

भवानी सिंह राजावत ने कहा-मैंने पंद्रह साल से लाडपुरा में लगातार मेहनत करके पानी, बिजली, शिक्षा और सड़क निर्माण जैसे अभूतपूर्व काम किए हैं। अब जो है मेरे कार्यकर्ता और मैं पूरी ताकत के साथ कल्पना देवी के समर्थन में जी जान से जुट जाएंगे और जिताएंगे। उन्होंने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला छोटे भाई हैं, पद में बडे़ हैं। उन्होंने आग्रह किया कि आप वरिष्ठ नेता हो आपका कदम ठीक नहीं है आप ये कदम वापस ले लो। उन्होंने कहा और मैंने माना। इसलिए मैंने मन बनाया है। अब मैं कल्पना देवी के समर्थन में आ गया हूं। वहीं कल्पना देवी ने कहा कि मैं राजावत का धन्यवाद देती हूं। वह मेरे समर्थन में आए हैं। हम सब एक परिवार हैं। कार्यकर्ताओं का हमेशा सम्मान रहेगा।

साल 2018 में जीती थी कल्पना देवी…

साल 2018 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो लाडपुरा सीट पर बीजेपी की कल्पना देवी और कांग्रेस के गुलनाज गुड्डू के बीच था। कल्पना देवी ने 21,656 मतों के अंतर से चुनाव में जीत हासिल की।

कैसा रहा भवानी सिंह राजवत का राजनीतिक इतिहास…

लाडपुरा सीट के राजनीतिक इतिहास की बात करें तो 2003 से ही इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है। 2003 से लेकर 2013 तक के 3 चुनाव में भवानी सिंह राजवत ने जीत हासिल कर चुनावी जीत की हैट्रिक लगा चुके हैं। दूसरी ओर, कांग्रेस लाडपुरा सीट पर 2008 से ही लगातार मुस्लिम उम्मीदवार को ही मैदान में उतारती रही है। हर बार एक ही परिवार को टिकट दिया गया और एक बार भी कांग्रेस को जीत नहीं मिली।

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