गरीब लोगों को खाद्य पदार्थ मुहैया कराता है राशन कार्ड, जानिए कब शुरू हुई यह योजना
भारत में रहने वाले लगभग हर व्यक्ति के घर में राशन कार्ड मौजूद होता है। यह भारत सरकार द्वारा अनुमोदित दस्तावेज है। राशन कार्ड एक तरह का प्रमाण है कि उसके घर में कितने सदस्य हैं, उनकी आयु कितनी है तथा उनका पेशा क्या है। इसे राशन स्टांप भी कहा जाता है। यह अत्यंत गरीब तबके के लोगों के लिए एक प्रकार की मदद है। ऐसे लोग जो आर्थिक रूप से समृद्ध नहीं हैं या गरीबी रेखा से नीचे आते हैं उनके लिए यह बेहद आवश्यक दस्तावेज है। ऐसे लोग इस कार्ड के माध्यम से खाद्य पदार्थ खरीदकर जीवन यापन कर सकते हैं। इसका उपयोग अधिवास प्रमाण पत्र तथा मतदाता पहचान पत्र के लिए आवेदन करने के लिए भी किया जा सकता है।
कब शुरू हुई योजना
राशन कार्ड एक प्रकार का पहचान व पते के प्रमाण भी है। भारत में सबसे पहले राशन देने की शुरूआत वर्ष 1940 में बंगाल के अकाल से हुई थी। इसके बाद राशन हेतु राशन कार्ड योजना शुरू की गई। यह योजना सबसे पहले 14 जनवरी 1945 को द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान शुरू हुई थी। वर्ष 1960 के दशक में देश में भारी भोजन की कमी आई। इसी के मद्देनजर राशन प्रणाली को पुनर्जीवित किया गया था।
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आम बोलचाल में इसे खाद्य स्टाम्प भी कहा जाता है। सभी देशों में यह सुविधा अलग-अलग समय में शुरू की गई था। अमरीका में 20 अप्रेल 1939, फ्रांस में वर्ष 1944 में, रोमानिया में 1989 में तथा युगोस्लाविया में वर्ष 1950 में शुरू किया गया था। रोमानिया में इसे डबल रोटी के लिए जारी किया गया था।
क्या काम आता है यह कार्ड
इससे गरीबी रेखा से नीचे आने वाले लोगों को भोजन, चावल, चीनी जैसी कई घरेलू सामग्री प्राप्त करने की सुविधा मिलती है। भारत सरकार द्वारा शुरू की गई राशन कार्ड योजना की वजह से सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार देखा गया। राशन कार्ड धारक रियायती दरों पर भोजन, अनाज तथा मिट्टी का तेल प्राप्त कर सकते हैं। भारत सरकार ने 1 जून 2020 को वन नेशन वन राशन कार्ड यानी एक राष्ट्र एक राशन कार्ड योजना शुरू की। अब कोई भी राशन कार्ड धारक देश के किसी भी कोने में रह कर नजदीकी राशन कोटा की दुकान से राशन प्राप्त कर सकते हैं।
राशन कार्ड के प्रकार
वर्तमान में राशन कार्ड के तीन प्रकार हैं। पहला अंत्योदय राशन कार्ड- यह सबसे ज्यादा गरीब लोगों को दिया जाता है। दूसरा बीपीएल कार्ड- यह गरीबी रेखा से नीचे वाले लोगों को दिया जाता है। तीसरा एपीएल कार्ड- यह गरीबी रेखा से ऊपर वाले लोगों को दिया जाता है।
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