विधानसभा में राठौड़ ने उठाया खून की तस्करी का मुद्दा, स्पेशल टास्क फोर्स बनाने की रखी मांग
जयपुर। राजस्थान विधानसभा में आज उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने खून की तस्करी का मुद्दा उठाया। राजेंद्र राठौड़ ने बुधवार को शून्यकाल की कार्यवाही के दौरान कहा कि राजस्थान में शराब तस्करी के साथ-साथ अब खून की भी तस्करी हो रही है। साथ ही उन्होंने इसकी जांच के लिए स्पेशल टास्क फोर्स बनाने की मांग की है।
विधानसभा में स्थगन प्रस्ताव के माध्यम से राजेंद्र राठौड़ ने खून की तस्करी का मुद्दा उठाते हुए कहा कि राजस्थान की सरकार प्रदेशवासियों को राइट टू हेल्थ देने के लिए कटिबद्ध है। लेकिन, राइट टू हेल्थ देने से पहले राजस्थान के अस्पतालों में पर्याप्त इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ मानव संसाधन का ध्यान देना बेहद जरूरी है। मुख्यमंत्री गहलोत ने अपने हर बजट में जोधपुर के एसएन मेडिकल कॉलेज की चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार की बात की है। क्योंकि, यह 2500 बेड का एसएन अस्पताल मारवाड़ का सबसे बड़ा अस्पताल है।
उन्होंने कहा कि इस मेडिकल कॉलेज में रोजाना 200 से 300 ऑपरेशन होते है। यहां मरीजों के जान बचाने के लिए लोग रक्त का दान भी करते है। लेकिन, एसएन मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलॉजी लैब के बारे में जो जानकारी हासिल हुई, उसे सुनकर दिल दहल उठा। इसी 11 फरवरी को एसएन मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलॉजी लैब के अंदर से श्वान रक्त की थैली उठाकर ले गए, ये रक्त की थैलियां 12 फरवीर को शेड्यूल ऑपरेशन के लिए काम आने वाली थी। गंभीर रोगियों के ब्लड सैंपल की थैलियों को श्वान द्वारा उठाकर ले जाने की घटना सामने आई तो प्रिंसिपल डॉक्टर कच्छावा ने कहा कि अब दोबारा पुनरावृत्ति नहीं होगी।
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि पिछले दिनों उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स ने लखनऊ के अंदर 3 हजार ब्लड की थैलियां पकड़ी थी। जो राजस्थान के चौमू, सीकर और जयपुर के ब्लड बैंक के अंदर से निकल कर गई। उनमें स्लाइड वाटर को डालकर दोगुना किया था। इस कार्रवाई के बाद यूपी के स्पेशल टास्क फोर्स ने आपके ड्रग कंट्रोलर को कहा कि इन सारी थैलियों पर निशान आपके है, लेकिन जांच तक नहीं हुई। राजस्थान में शराब की तस्करी के साथ रक्त की तस्करी शुरू हो जाएं, इसके लिए राजस्थान में स्पेशल टास्क फोर्स का गठन करना चाहिए। साथ राठौड़ ने ब्लड बैंक सहित जोधपुर की घटना की जांच की मांग की है।