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Ramprasad Suicide Case: 4 दिन बाद पोस्टमार्टम के लिए बनी सहमति, भारी संख्या में पुलिस-प्रशासन मौजूद

07:38 PM Apr 20, 2023 IST | Sanjay Raiswal

जयपुर। राजधानी जयपुर में चांदी की टकसाल निवासी राम प्रसाद मीणा आत्महत्या प्रकरण में प्रशासन और परिजनों के बीच पोस्टमार्टम के लिए सहमति बन गई है। मेडिकल टीम ने धरना स्थल पहुंचकर पोस्टमार्टम के लिए शव को लेकर अस्पताल की मोर्चरी पहुंची। करीब एक घंटे तक मृतक रामप्रसाद के शव का पोस्टमॉर्टम हुआ। SMS अस्पताल की मेडिकल टीम ने पोस्टमार्टम किया। पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में मृतक रामप्रसाद के शव का पोस्टमार्टम हुआ। परिजनों से 4 दिन बाद पोस्टमार्टम पर सहमति बनी। डॉ.एनएल डिसानिया के सुपरविजन में पोस्टमार्टम हुआ। डॉ.एनएल डिसानिया ने बताया कि डॉक्टर्स की टीम ने पोस्टमार्टम कर पुलिस के पुलिस को शव सौंप दिया। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है।

इससे पहले कांग्रेस नेता सचिन पायलट भी चांदी की टकसाल पहुंचे। उन्होंने मृतक रामप्रसाद मीणा के परिजनों मिलकर संवेदना व्यक्त की। सचिन पायलट ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि जब किसी की मृत्यु होती है तो दुःख सभी को होता है। आदिवासी समुदाय के व्यक्ति ने आत्महत्या की, यह हम सभी के लिए बड़े दुःख की बात है, हम मृतक के परिजनों से मिले हैं, हम यहां दुःख बांटने आए है, इस पूरी घटना की जांच होनी चाहिए। पीड़ित परिवार को न्याय मिलना चाहिए, पूरे प्रकरण की पूरी ईमानदारी से निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। सचिन पायलट ने इस दौरान धरने पर बैठे बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीना से भी बातचीत की। दोनों नेता बातचीत करते हुए नजर आए।

किरोड़ी मीणा बोले, एक-दो दिन में परिजनों को देंगे 50 लाख रुपये…

वहीं भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने राम प्रसाद मीणा आत्महत्या प्रकरण में परिजनों को आर्थिक सहायता की घोषणा की। उन्होंने कहा, प्रशासन चाहे परिजनों को आर्थिक सहायता दे या ना दें, लेकिन हम एक-दो दिन में मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता जरूर देंगे। वहीं अन्य समाज से भी सहायता के लिए बात की जा रही है।

अब तक हुई वार्ता रही विफल…

मृतक का परिवार अभी भी नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ा हुआ है। जिसके चलते अभी तक मृतक रामप्रसाद का अंतिम संस्कार तक नहीं हो पाया है। बीते बुधवार देर रात जयपुर पुलिस कमिश्नर परिवार के साथ बातचीत करने को पहुंचे थे, लेकिन उनकी समझाइश विफल रही। किरोड़ी लाल मीणा ने भी जयपुर पुलिस कमिश्नर से बातचीत की लेकिन कोई हल नहीं निकला। पुलिस कमिश्नर ने घटनास्थल का मौका मुआयना जरूर किया है और जमींदोज किए गए उस होटल को का भी निरीक्षण किया है।

मकान न बना पाने से आहत होकर रामप्रसाद मीणा ने दे दी जान

बता दें कि जयपुर में चांदी की टकसाल इलाके में रहने वाले रामप्रसाद मीणा ने अपना घर ना बना पाने से आहत होकर आत्महत्या कर ली। परिवार ने इस मामले में तीन लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई है। परिजनों का कहना है कि इनके ही दबाव में आकर ही रामप्रसाद मीणा अपना घर नहीं बना पा रहा था, उसे घर को बनाने से रोक दिया गया था। इसलिए रामप्रसाद मीणा ने आत्महत्या कर ली।

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