रामप्रसाद आत्महत्या मामला : मंत्री महेश जोशी ने कहा- मेरे ऊपर लगाए गए आरोप झूठे, एक भी साबित हुआ तो…..
जयपुर में चांदी की टकसाल इलाके में रहने वाले रामप्रसाद मीणा की आत्महत्या मामले को लेकर मंत्री महेश जोशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसमें उन्होंने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों पर सफाई पेश की। महेश जोशी ने कहा कि उन पर जो भी आरोप लगाए गए हैं उनका कोई आधार नहीं है। अगर मुझ पर लगाया गया एक भी आरोप सिद्ध होता है तो फिर मैं नैतिक मूल्यों की पालना करूंगा।
मामले की उच्चस्तरीय जांच हो
महेश जोशी ने कहा कि वह मृतक रामप्रसाद मीणा या फिर उसके परिवार को नहीं जानते। जब व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली और उन्होंने मुझ पर आरोप लगाए तब मुझे इस बात का पता चला। इसका मुझे बेहद दुख है। इस मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। वहीं जो जगह के लिए विवाद था, वह गिरधारी जी के मंदिर परिसर को लेकर था।
मंदिर परिसर में निर्माण को रोका था
दरअसल राजामल तालाब के पास 260 सालों से भी ज्यादा पुराने श्री गिरधारी जी मंदिर परिसर में निर्माण हो रहा था, जिसे गलत बताकर रुकवाया गया था। इसे रुकवाने का आदेश में प्रशासन से गया था। क्योंकि यह मामला मंदिर से जुड़ा हुआ था इसलिए लोगों की आस्था को ध्यान में रखते हुए निर्माण रुकवाया गया। उसके बाद कागजों की जांच करने के लिए आदेश दिए गए थे। कोई भी जनप्रतिनिधि किसी विवाद सुलझाने के लिए ऐसा ही करता है। अगर अगर यह निर्माण नहीं रुकवाता तो आगे चलकर हो सकता था मंदिर का पुजारी आत्महत्या कर लेता तो फिर आप क्या करते हैं।
लेकिन जो मुझ पर आरोप लगाकर इस मामले को उछाला जा रहा है, वह सरासर गलत है। रामप्रसाद ने आत्महत्या क्यों की इसकी जांच होनी चाहिए। इसकी सच्चाई सबके सामने आनी चाहिए। इस मामले में FIR हुई करना हर किसी का अधिकार होता है। अगर पीड़ित परिवार किसी व्यक्ति की जांच करवाना चाहता है तो उसकी भी जांच होगी।
दुर्व्यवहार का आरोप भी गलत
महेश जोशी ने कहा कि इसके अलावा पीड़ित परिवार ने जो मुझ पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। वह भी साफ झूठ है, परिवार के किसी भी सदस्य के साथ किसी भी तरह का दुर्व्यवहार नहीं किया गया है। मैं लोगों से मिलता हूं तो वहां पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए होते हैं। अगर यह भी जांच का विषय है तो वह सीसीटीवी कैमरे चेक कर सकते हैं।
मकान ना बना पाने से आहत होकर रामप्रसाद ने दे दी जान
बता दे कि चांदी की टकसाल इलाके के रहने वाले रामप्रसाद ने अपना मकान ना बना पाने के आहत होकर आत्महत्या कर ली। इस मामले में कैबिनेट मंत्री महेश जोशी समेत 3 लोगों के खिलाफ FIR भी दर्ज हुई है। मृतक राम प्रसाद के पिता रामकिशोर मीणा ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने मकान ना बनाने को लेकर हम पर ऐसा दबाव डाला कि हम वहां पर एक तक नहीं लगा पा रहे थे। इसे लेकर हम कई बार निगम के अफसरों से मिले लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
मंत्री महेश जोशी समेत 3 लोगों पर FIR दर्ज
वे कहते थे कि मंत्री महेश जोशी और पार्षद नहीं चाहते थे कि हम मकान बनाए लेकिन हमारे मकान के बगल में एक होटल बन रहा है, चार मंजिल उसकी तन चुकी हैं लेकिन आज तक अफसरों ने उस पर निगाह नहीं डाली। 2 दिन पहले जब हम मकान की छत डालने के लिए तैयार हो रहे थे, हमने मजदूर भी बुला लिए थे। तो पता नहीं कहां से निगम वालों को पता चल गया और उन्होंने रात को ही विजिलेंस टीम भिजवा दी और एक गार्ड भी बिठा दिया। उस गार्ड का नाम इदरीश है। वह लगातार चार दिनों तक हमारी निगरानी करने लगा कि हम कहीं मकान की एक ईंट ना जोड़ दें।
इससे मेरा बेटा रामप्रसाद मानसिक दबाव में आ गया और उसने परेशान होकर आत्महत्या कर ली। मैं कहता हूं कि हम उसी जगह पर मकान बना रहे हैं, जहां हमारे मकान का पट्टा है। राम प्रसाद की दो बेटी और एक छोटा बेटा है। अब घर भी नहीं है ना ही घर को चलाने वाला। हमें न्याय चाहिए।