'भूत-पिशाच निकट नहीं आवें, महावीर जब नाम सुनावें..' बीजेपी MLA गोपाल शर्मा का कांग्रेस पर तीखा हमला
Ram Mandir Pran Pratishtha: देश में इन दिनों अयोध्या में होने वाले राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह चर्चा का मुख्य केंद्र बना हुआ है जहां देश के अलग-अलग हिस्सों में मंदिर को लेकर लोग भक्तिरस में सराबोर हैं लेकिन दूसरी ओर सोनिया गांधी सहित कांग्रेस के बड़े नेताओं के राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शिरकत नहीं करने को लेकर अब सियासत गरमा गई है और बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है. बीजेपी नेता कांग्रेस पर तीखा हमला बोल रहे हैं. इसी कड़ी में जयपुर के सिविल लाइंस से विधायक डॉ. गोपाल शर्मा और कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत ने कांग्रेस को आड़े हाथ लिया है.
गोपाल शर्मा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि भगवान राम के नाम से राक्षस भागते हैं और यह जगजाहिर है कि कांग्रेसी नेताओं ने हमेशा ही राम के अस्तित्व से इनकार किया है. वहीं कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत ने कहा कि वे किस मुंह से अयोध्या जाएंगे क्योंकि ये तो भगवान राम और रामसेतु को काल्पनिक बताने वाले लोग हैं.
राक्षसों से की कांग्रेस नेताओं की तुलना
गोपाल शर्मा ने कहा कि हनुमान चालीसा में साफ लिखा है कि 'भूत-पिशाच निकट नहीं आवे, महावीर जब नाम सुनावे' उन्होंने कांग्रेस नेताओं की तुलना राक्षसों से करते हुए कहा कि ये लोग सालों से राम के अस्तित्व को नकारते रहे हैं और अब भी उन्होंने वैसा ही किया है.
शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के मुख्यमंत्री रहे सिद्धार्थ राय ने बाबरी मस्जिद कमेटी की तरफ केस भी लड़ा था इसलिए कांग्रेसी नेताओं की नैतिकता ही नहीं बनती कि वे राम मंदिर समारोह में जाएं.
ये किस मुंह से अयोध्या जाएंगे : अविनाश गहलोत
वहीं भजनलाल सरकार में कैबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि वे किस मुंह से अयोध्या जाएंगे, क्योंकि ये भगवान राम और रामसेतु को काल्पनिक बताने वाले लोग है. कांग्रेस के निमंत्रण ठुकराने के सवाल पर बुधवार को जयपुर में मंत्री अविनाश गहलोत ने कहा कि कांग्रेस सरकार जब सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर कर कह सकती है कि भगवान राम और रामसेतु काल्पनिक है.
ऐसे में ये लोग किस मुंह से राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अयोध्या जाएंगे. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि उनकी आत्मा भी इसकी गवाही देगी कि वो अयोध्या में जाएं जो भगवान राम और उनकी कल्पना के विपरीत है, वो कैसे राम मंदिर जाएंगे?