राजू ठेहट हत्याकांड : 007 गैंग के सरगना राजू मांजू को पुलिस ने दबोचा, राजू की हत्या के बाद इस गिरोह को भेजी थी हथियारों की खेप
जोधपुर में 007 गैंग के इनामी सरगना राजू मांजू को गिरफ्तार किया गया है। इसे जोधपुर पुलिस की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। राजू मांजू के साथ उसका साथी राजेश सिहाग भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। राजू मांजू के संबंध गैंगस्टर राजू ठेहट के हत्यारों के साथ भी रहे हैं। इसलिए राजू ठेहट मामले की तह तक जाने के लिए और जानकारी राजू मांजू से मिल सकती है।
ठेहट के हत्यारों को सप्लाई किए थे हथियार
जोधपुर जिला पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि राजू ठेहट हत्याकांड के आरोपियों को राजू मांजू ने हथियार उपलब्ध कराए थे। राजू मांजू और राजेश सिहाग पर पुलिस ने 5-5 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। जोधपुर ग्रामीण पुलिस ने लोहावट के जंभेश्वर से दोनों ही आरोपियों को पकड़ा है। राजू मांजू और राजेश सिहाग दोनों लंबे समय से फरार चल रहे थे, यह जिले की मोस्ट वांटेड लिस्ट में भी शामिल थे।
जंभेश्वर नगर से राजू मांजू और राजेश सिहाग को पकड़ा
पुलिस को उनके मुखबिरों ने इन दोनों के जंभेश्वर नगर में होने की सूचना दी थी। उसके बाद पुलिस अधीक्षक ग्रामीण धर्मेंद्र सिंह यादव के निर्देशन में पुलिस की स्पेशल टीम ने जंभेश्वर नगर में दबिश दी, छानबीन की तो दोनों गौशाला के पास मिले। पुलिस को देखते ही दोनों लोग फरार होने की कोशिश करने लगे लेकिन पुलिस ने इन दोनों को 2 किलोमीटर तक पीछा कर पकड़ लिया और लोहावट थाने ले आए।
खुद को गौभक्त बताता है राजू मांजू
वहीं राजू मांजू खुद को सोशल मीडिया पर एक गौ भक्त बताता है। सोशल मीडिया की बायो में उसने लिख रखा है कि गौ माता के लिए वह अपनी जान भी दे देगा। इस संबंध में उसके कई पेज और ग्रुप भी बने हुए हैं, उसकी बड़ी संख्या में फॉलोअर्स भी हैं। उसने कई बारी हथियारों के साथ भी फोटो भी पोस्ट की है।
राजू ठेहट हत्याकांड की जांच में हो सकते हैं अब और खुलासे
जानकारी है कि 3 दिसंबर 2022 को सीकर में हुए गैंगस्टर राजू ठेहट हत्याकांड मामले से राजू मांजू के तार जुड़े हुए हैं। हत्यारों को हथियारों की सप्लाई राजू मांजू के जरिए हुई थी। क्योंकि हत्या के बाद पुलिस ने 24 लोगों को गिरफ्तार किया था, जिसमें आरोपियों से पूछताछ में पता चला था कि उन्होंने बीकानेर के पंकज सारस्वत के जरिए जंभेश्वर नगर के रहने वाले मनीष बिश्नोई को हथियारों की खेप भेजी थी।
हथियारों को मनीष, हनुमान महिपाल और राजेश ने 8 दिसंबर को पंकज से ले लिया था। जिसके बाद बीकानेर पुलिस ने हनुमान को पकड़ लिया था। वहीं मनीष के घर से 3 किलो से ज्यादा एमडी ड्रग्स को भी जब्त किया था। इसका आरोप राजू पर भी लगा था। उसी दिन राजू मांजू समेत चार आरोपी फरार हो गए थे।
लॉरेंस बिश्नोई तक जुड़े हैं तार !
पुलिस का कहना है कि राजू मांजू के तार, राजू ठेहट के हत्या की जिम्मेदारी लेने वाले रोहित गोदारा और लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े हुए हैं। राजू ठेहट की हत्या की जिम्मेदारी तो विदेश में बैठे रोहित गोदारा ने ली थी और रोहित लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हिस्सा है लेकिन पुलिस उसे अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है।