होमइंडिया
राज्य | राजस्थानमध्यप्रदेशदिल्लीउत्तराखंडउत्तरप्रदेश
मनोरंजनटेक्नोलॉजीस्पोर्ट्स
बिज़नेस | पर्सनल फाइनेंसक्रिप्टोकरेंसीबिज़नेस आईडियाशेयर मार्केट
लाइफस्टाइलहेल्थकरियरवायरलधर्मदुनियाshorts

Rajasthan: चौरासी से दूसरी बार जीते राजकुमार रोत, बचपन में उठ गया था पिता का साया…बनना चाहते थे मास्टर

डूंगरपुर जिले की चौरासी विधानसभा सीट से राजकुमार रोत ने बड़ी जीत हासिल की है। इसके साथ ही वो इस सीट से लगातार दूसरी बार विधायक चुने गए है।
12:45 PM Dec 03, 2023 IST | Anil Prajapat
Rajkumar Roat

Rajkumar Roat : जयपुर। राजस्थान की 199 विधानसभा सीटों के लिए जारी काउंटिंग का दूसरा नतीजा आ गया है। डूंगरपुर जिले की चौरासी विधानसभा सीट से राजकुमार रोत ने बड़ी जीत हासिल की है। इसके साथ ही वो इस सीट से लगातार दूसरी बार विधायक चुने गए है। भारतीय आदिवासी पार्टी के राजकुमार रोत ने बीजेपी के सुशील कटारा को 47063 वोटों से हराकर जीत हासिल की है। राजकुमार रोत को कुल 82081 वोट मिले। वहीं, कटारा को 35018 वोटों से संतोष करना पड़ा। रोत की जीत के बाद क्षेत्रवासियों व कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल है।

बता दे कि राजकुमार रोत ने साल 2018 का चुनाव भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के सिंबल पर लड़ा था। वो डूंगरपुर जिले की चौरासी विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर पहली बार विधायक चुने गए थे। लेकिन, इस बार राजस्थान विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राजकुमार ने नई पार्टी बनाई थी। खास बात ये है कि रोत ने अपनी नई पार्टी भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) के सिंबल पर चुनाव लड़कर जीत हासिल की है।

पिछले विस चुनाव में बने थे सबसे युवा विधायक

गरीब परिवार में जन्मे राजकुमार रोत के कंधे पर बचपन ही परिवार की जिम्मेदारी आ गई थी। लेकिन, उन्होंने डूंगरपुर कॉलेज से B.A. B. ED. की शिक्षा ग्रहण की। रोत डूंगरपुर कॉलेज से छात्र संघ अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उनके संगठन का नाम भील विद्यार्थी मोर्चा है। राजकुमार रोत का सपना एक शिक्षक बनने का था। लेकिन, किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। वो साल 2018 के विधानसभा चुनाव में सबसे युवा विधायक के रूप में चुने गए थे। राजकुमार रोत ने बिटीपी पार्टी से चोरासी विधानसभा से चुनाव लड़ा था।

क्यों बनाई नई पार्टी?

राजकुमार रोत इसी साल 15 जुलाई को मानगढ़ धाम में भील प्रदेश महासम्मेलन करवाया था। इसके बाद उन्होंने भारत आदिवासी पार्टी के नाम से नई पार्टी का ऐलान किया था। बता दे कि चौरासी विधानसभा सीट पर हर बार नया व्यक्ति चुनाव जीतता है। ऐसे में रोत ने अपनी नई पार्टी बनाने का ऐलान किया। हालांकि, दूसरा कारण ये भी था कि पिछले साल गुजरात में हुए विधानसभा चुनाव में बीटीपी को कोई फायदा नहीं हुआ था। वहां पर आदिवासी वोटर्स ने बीजेपी को जीत दिला दी थी। हालांकि, अब नई पार्टी बनाने वाले रोत दूसरी बार चौरासी से विधायक बन गए है।

गरीब विधायकों में से एक रहे रोत

राजस्थान के सबसे गरीब माने जाने वाले विधायक राजकुमार रोत की संपत्ति 96 गुना बढ़ी है। राजकुमार रोत ने 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान अपनी संपत्ति 1 लाख 22 हजार बताई थी। लेकिन, अब उनकी कुल संपत्ति 1 करोड़ 17 लाख 62 हजार 639 रुपए है। जिसमें से उनके पास 69 लाख 16 हजार 375 की संपत्ति है और उनकी पत्नी के पास 48 लाख 46 हजार 264 की संपत्ति है।

कौन है राजकुमार रोत?

राजकुमार रोत का जन्म 26 मई 1992 को डूंगरपुर जिले के खाखर खुणया गांव में हुआ था। वे आदिवासी समुदाय और गरीब परिवार से आते है। उनके पिता का नाम शंकर लाल है और माता का नाम पार्वती है। राजकुमार के सिर से बचपन में ही पिता का साया उठ गया था। बचपन में ही राजकुमार ने अपने आस-पड़ोस के लोगों में जागरूकता लाना शुरू कर दिया था। अपने अधिकारों के लिए बोलना सीखा दिया था।

ये खबर भी पढ़ें:-Pindwara Assembly Election Result 2023: पिंडवाड़ा आबू से बीजेपी के समाराम गरासिया जीते

Next Article