पेपर लीक पर सदन में बोले राजेंद्र राठौड़, यूपी में NSA लगता है.. हिम्मत है तो आप लगाकर दिखाओ, जांच हो.. कहीं दूध की रखवाली बिल्ली को तो नहीं दी
Rajasthan Assembly Budget Session : विधानसभा में बजट सत्र में आज के प्रश्नकाल में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने पेपर लीक को लेकर सरकार पर सवालों की बौछार की। उन्होंने यहां तक कि कह दिया कि सरकार अपने मंत्री और नेताओं को क्लीन चिट तो दे रही है लेकिन क्या उन्हें पता है कि कहीं वो दूध की रखवाली बिल्ली को तो नहीं दे रहे। इसके अलावा उन्होंने बार-बार यूपी का नाम लेने पर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि आपमें हिम्मत हो तो आप रासुका लगाकर दिखाओ।
भूपेंद्र सारण मंत्री, नेताओं का नाम लेकर धमकाता था
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि आपकी सरकार ने पेपर लीक के आरोपी भूपेंद्र सारण की कोचिंग पर बुलडोजर चलवाया जो उसका था ही नहीं उस बिल्डिंग ने बकायदा SOG को बयान दिया है कि भूपेंद्र सारण उस बिल्डिंग का किराया भी नहीं देता था मांगने पर वह बड़े-बड़े मंत्रियों और नेताओं, अधिकारियों कानाम लेकर डराता-धमकाता था। तो फिर उन बड़े-बड़े मंत्रियों और नेताओं पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई उनके नाम क्यों सामने नहीं आ पाए तो फिर आप कैसे कह रहे हैं कि कोई भी नेता और अफसर इस पेपर लीक में शामिल नहीं था। राजेंद्र राठौड़ नवे रीट के अलावा कांस्टेबल भर्ती समेत अन्य भर्तियों के पर्चे लीक के मामलों का जिक्र करते हुए कहा कि जहां-जहां जिन स्कूलों में पेपर लीक हुए उन स्कूल या कॉलेजों को क्यों नहीं बंद किया गया उनकी मान्यता क्यों रद्द नहीं की गई।
डबल लॉक के अंदर पेपर रखा तो बाहर कैसे आया ?
राठौड़ ने यहां तक कह दिया कि जब रीट में डबल लॉक के अंदर पेपर रखा था तो वहां से आखिर पेपर कैसे बाहर निकला? यह तो कोई भी समझ सकता है कि अगर डबल लॉक के अंदर से पेपर निकला है तो वहां की सुरक्षा में लगे और लॉक खोलने वाले की जिम्मेदारी बनती है इस पर क्यों ध्यान नहीं दिया गया। यह साफ-साफ दिखाता है कि आप सिर्फ इन मामलों के बड़े और मुख्य आरोपियों को छोड़कर सिर्फ छोटे-छोटे बिचौलियों पर नाम मात्र की कार्रवाई कर रहे हो।
पेपर लीक से बचने के लिए उठाए कई कदम
बता दें कि पेपर लीक के सवाल पर शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने विधानसबा में जवाब देते हुए कहा कि हमारी सरकार ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई है। आरोपियों पर कार्रवाई की है। उनकी संपत्ति को नष्ट किया गया है। 9 सितंबर 2022 को आरपीएससी, जिला कलेक्टर और एडीएम को निर्देश दिए गए। कि प्रश्न पत्र तैयार करने में एक्स्पर्ट की सर्विस लगातार बदल बदल कर ली जाए। परीक्षा कार्य में बाहरी लोगों की सेवा नहीं ली जाए। कोषागार में लॉग बुक मेंटेन की जाए। परीक्षा सेंटर पर सीसीटीवी कैमरे लगाए। इसका लाइव लिंक अभय कमांड सेंटर पर दिया। पर्चे ले जाने वाले गाड़ियों में जीपीएस सिस्टम लगाए गए।
बीडी कल्ला ने कहा – आपके समय में लीक हुए पेपर पर क्या कहेंगे
बीडी कल्ला ने पूछा कि उड़ीसा, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, झारखंड में कई भर्ती परीक्षाओं के पर्चे लीक हुए हैं वहां पर तो कार्रवाई भी नहीं होती। खनन माफिया, बजरी माफिया, शराब माफिया की तरह नकल माफिया भी पनप गए हैं। आप कांग्रेस राज में पेपर लीक की बात करते हो तो वसुंधरा सरकार के समय साल 2013 और 18 के बीच में आर एस प्रारंभिक परीक्षा, एलडीसी भर्ती परीक्षा 2013, राजस्व लेखाकार परीक्षा 2014, जेल प्रहरी भर्ती परीक्षा 2018 के पेपर लीक हुए। उस पर आप क्या कहेंगे।