वसुंधरा राजे पर पायलट के बयान पर बोले राजेंद्र राठौड़, अब चाय के प्याले में तूफान तो इस तरह पैदा नहीं होगा...
सचिन पायलट की आज की प्रेस कांफ्रेंस में अशोक गहलोत पर उठाए गए सवालों और उनकी नेता सोनिया गांधी को ना बताकर वसुंधरा राजे को बताने के बयान पर नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने पलटवार किया है। राठौड़ ने कहा कि अब चाय के प्याले में तूफान ऐसे तो उठेगा नहीं, ये तूफान कांग्रेस में आया हुआ है। यह खोज तो खुद सचिन पायलट ने की है।
चाय के प्याले में तूफान तो पैदा नहीं किया जा सकता
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि वह जिस खान आवंटन घोटाले की बात करते हैं उस खान का आवंटन भाजपा के राज में रद्द हो गया था, फिर एक हाई पावर कमेटी बनी जिसमें हर एक चीज का.. खान के आवंटन का मूल्यांकन किया गया था। कुछ खाने जो वैधता रखती थी, जो केंद्रीय कानून के अनुसार वैध पाई गई उनको जारी रखा गया और कुछ को रद्द किया गया। अब चाय के प्याले में तूफान इस तरह से तो पैदा नहीं किया जा सकता। यह तूफान कांग्रेस में गहराया है, जिसके अंदर नूरा कुश्ती बराबर चल रही है।
यह खोज तो सचिन पायलट ने की है
राठौड़ ने कहा कि यह खोज तो खुद सचिन पायलट की है अगर सचिन पायलट कोई बात बोलते हैं तो यह उन्हीं से पूछी जाने चाहिए। मेरा यह मानना है कि वसुंधरा राजे हमारी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। उनके परिवार का भारतीय जनता पार्टी के पूरे देश की राजनीति में बहुत बड़ा योगदान रहा है। दो बार पूर्व मुख्यमंत्री रह चुकी हैं, अगर पायलट के दिमाग में यह है कि वसुंधरा जी अशोक गहलोत की भी नेता है तो उसके बारे में मुझे कोई टिप्पणी नहीं करनी है।
मोदी की यह ऐतिहासिक सभा
पीएम मोदी की सभा के बारे बताते हुए राठौड़ ने कहा कि नरेंद्र मोदी की सभा राजस्थान के इतिहास की सबसे बड़ी सभा होगी। यह आबूरोड में होगी। 14 विधानसभा क्षेत्र के लोगों को, जिनमें हमारे बूथ कमेटी के लोग भी शामिल हैं, उन्हें हम विशेष तौर पर आमंत्रित कर रहे हैं। पूरे इलाके में पीले चावल बांटकर उन्हें न्योता दिया है और लोगों में भी बेहद उत्साह देखा जा रहा है।
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि 5000 से ज्यादा आदिवासी महिलाएं इस कार्यक्रम में आएंगी और प्रधानमंत्री की यह पहली अनोखी सभा हो रही है कि इस सभा के पीछे कोई राजनीतिक उद्देश्य नहीं है सिर्फ विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता ने अपना वादा पूरा करने के लिए यहां पर आने का फैसला किया है। क्योंकि जब गुजरात चुनाव की कैंपेनिंग के दौरान यहां से वह वापसी में जा रहे थे तो उनके प्रस्थान पर कुछ यहां के लोगों से वादा किया उसके लिए सभा रखी थी, पर रात ज्यादा होने के चलते कानून का ध्यान रखते हुए उन्होंने सभा को संबोधित नहीं दिया था। उन्होंने वादा किया था कि वे अगली बार जरूर आएंगे इसी के चलते अब यहां आ रहे हैं।
धूप में पैदल चलकर आए लोगों को पकड़ाया जा रहा सीएम की फोटो का कार्ड
राजेंद्र राठौड़ ने कहा जिस कानून की नरेंद्र मोदी ने इतना आदर किया था उस कानून का आज राजस्थान में माखौल उड़ाया जा रहा है। यहां घोषणाओं पर घोषणाएं होती जा रही हैं। खास तौर पर साढ़े 4 साल गुजर जाने के बाद जो जन घोषणापत्र में वादा किया था कि जब यह सरकार में आएंगे तो राजस्थान में महंगाई कम करने के लिए कदम उठाएंगे। पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाएंगे।
भाजपा सरकार में अपने आप मिल गई थी बढ़ी हुई पेंशन
आज चुनाव जब आने को हैं, तो इन्हें महंगाई राहत याद आई है। आज जो विधवा पेंशन, वृद्धावस्था के दौरान पेंशन की बात करते हैं। यह अलग-अलग सोपान पर 500 रुपए से बढ़कर 700 रुपए भाजपा सरकार ने किया था। हमने उस समय भी रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया था। जो गरीबी की रेखा के नीचे हैं जिन्हें एक मानदंड के अनुसार चयनित किया गया। पात्रता धारियों को खुद ही बढ़ी हुई पेंशन मिल गई थी लेकिन इस बार सरकार ने बजट में घोषणा की जिस जो निर्धारित मापदंडों के अनुसार 31 मार्च को समाप्त होती है और 1 अप्रैल को नई शुरू होती है।
इन्होंने अब कैंप शुरू किए हैं जो जून तक चलेंगे। इसमें जो पहले पेंशन मिल रही थी विधवाओं को महिलाओं को अब उन्हें बढ़ाने के लिए वह कई किलोमीटर का सफर धूप में चिलचिलाती गर्मी में तय करके दी जा रही है। जब यह लोग पैदल चलकर वहां पहुंचते हैं तो और लंबी लाइन में खड़े होते हैं उसके बाद मुख्यमंत्री का लगा हुआ एक फोटो का कार्ड पकड़ा दिया जाता है। मुझे लगता है यह तो एक तरह से गरीबी का मखौल उड़ाया जा रहा है।
चुनाव के वक्त याद आ रहा स्मार्टफोन देना
राठौड़ ने महिलाओं को स्मार्टफोन देने की घोषणा पर भी सवाल उठाया और कहा कि मुख्यमंत्री ने यह घोषणा उन्होंने पिछले वार्षिक बजट में की थी। अब इसकी उन्हें याद आ रही है। कुल मिलाकर कांग्रेस के कुशासन का नतीजा जब निकलेगा तो वह कांग्रेस के सबसे शर्मनाक हार होगी और कल की सभा अब तक की सबसे बड़ी सभा होगी।