Rajasthan Weather : राजस्थान में सर्दी ने पकड़ी रफ्तार, दिन में पड़ने लगी ठंड, लोगों ने निकाले गर्म कपड़े
जयपुर। दिवाली त्योहार के जाते ही राजस्थान में ठंड ने रफ्तार पकड़ ली है। राजस्थान में सर्दी बढ़ने से तापमान में गिरावट दिख रही है। दिन हो या रात, पारे में गिरावट नजर आ रही। लोगों ने अब गर्म कपड़े, स्वेटर, जैकेट निकाल लिए हैं। दरअसल, उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवा से राज्य के कुछ शहरों में बीती रात न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया। रात और सुबह हल्की सर्द हवा चलने से ठिठुरन बढ़ गई है। अधिकांश शहरों में दिन-रात का तापमान सामान्य से नीचे आ गया है। हालांकि कड़ाके की सर्दी के लिए अभी नवंबर के आखिरी तक इंतजार करना पड़ सकता है।
कोहरा पड़ने और हल्की ठंडी हवा चलने से बढ़ी सर्दी
मौसम विभाग के मुताबिक, राज्य के कई जिलों में दिवाली के बाद से ही न्यूनतम तापमान में गिरावट देखने को मिली। श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, झुंझुनूं, सीकर, बीकानेर और चूरू के कुछ एरिया में गुरुवार सुबह हल्का कोहरा भी छाया नजर आया। कोहरे के चलते सड़कों की दृश्यता कम नजर आई। कोहरा पड़ने और हल्की सर्द हवा चलने से जैसलमेर, बीकानेर और चूरू में न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज हुआ। सबसे ज्यादा ठंडी रात माउंट आबू की रही, जहां का न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। सीकर में 7.5 और चूरू में 9.4 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा।
पिलानी में सबसे कम तापमान...
ऐसा पश्चिमी विक्षोभ के कारण हो रहा। सूबे में सबसे कम न्यूनतम तापमान पिलानी में 12.1 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। जयपुर, बाड़मेर, बीकानेर, जैसलमेर और माउंट आबू में पारा करीब 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक नीचे गया है।
राजधानी जयपुर में गुरुवार सुबह से मौसम साफ है और धूप निकली हुई है। यहां न्यूनतम तापमान कल के मुकाबले एक डिग्री सेल्सियस गिरकर 13.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। इससे पहले जयपुर में बुधवार को दिनभर बादल और हल्की धुंध रही। जयपुर में इस समय न्यूनतम और अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे आ गए हैं। देर रात और तड़के सुबह जयपुर समेत कुछ जिलों में विजिबिलिटी लेवल पर असर पड़ा। ये 200 से 300 मीटर तक पहुंच गया।
स्मॉग का असर, बारिश के आसार नहीं…
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले एक हफ्ते मौसम में खास परिवर्तन के आसार नहीं हैं। इस सप्ताह बारिश की संभावना नजर नहीं आ रही। हालांकि, राज्य के उत्तरी और पूर्वी भागों में कहीं कहीं स्मॉग की स्थिति बनी रहेगी। हालांकि, इस दौरान तापमान में खास उतार-चढ़ाव नहीं होगा।