बारिश से प्रदूषण घटा, लेकिन सर्दी बढ़ी…राजस्थान के कई जिलों में सीजन का पहला कोहरा, पारा गिरा
जयपुर। राजस्थान में पिछले दो दिन से लगातार मौसम का मिजाज बदला हुआ है। राजधानी जयपुर सहित प्रदेश के 10 जिलों में शुक्रवार को हुई बारिश के बाद ठंड बढ़ गई है। वहीं, शनिवार को करौली, सीकर, दौसा, बीकानेर सहित कई जिलों सर्दी के सीजन का पहला कोहरा पड़ा। मौसम विभाग की मानें तो बारिश के आने वाले एक-दो दिन में तापमान में गिरावट आएगी और दिवाली बाद प्रदेशभर ठंड का असर जोर पकड़ेगा।
बता दें कि राजस्थान में उत्तरी विक्षोभ से मौसम में बदलाव देखने को मिला है। शुक्रवार को पूर्वी प्रदेश में राजधानी जयपुर सहित कई जिलों में हल्की बारिश हुई है। इससे तापमान में गिरावट होने से हल्की सर्दी बढ़ गई है। वहीं, बारिश के कारण प्रदूषण का स्तर भी कम हो गया है। अब तक 400 के पार चल रहा भिवाड़ी का एक्यूआई बारिश के बाद 285 दर्ज किया गया है।
राजधानी में बीते एक सप्ताह से बढ़ रहा प्रदूषण गुरुवार देर रात और शुक्रवार को बारिश होने से काफी कम हो गया। शहर में पॉल्यूशन का स्तर गुरुवार को एक्यूआई 205 था, जो शुक्रवार को गिरकर 173 पर आ गया। इससे लोगों को काफी राहत महसूस हुई। मौसम विभाग केंद्र जयपुर के अनुसार बारिश के कारण आने वाले एक-दो दिन और तापमान में गिरावट होने की संभावना है।
अलवर जिले के भिवाड़ी में बारिश के चलते ठंडक बढ़ गई। लेकिन, खास बात ये रही कि लाखों खर्च के वावजूद भी जिस प्रदूषण से राहत नहीं मिल पा रही थी। एक बार हुई बारिश ने उस प्रदूषण से लोगों को राहत दिला दी। करके नहीं कर पा रही थी, वो एक बारिश ने कर दिया। भिवाड़ी में 400 के पार चल रहा एक्यूआई बारिश के बाद 285 दर्ज किया गया। बारिश के बाद हवा की गुणवत्ता में काफी सुधार होने से लोगों को प्रदूषण से काफी राहत मिली है।
फतेहपुर में पारा 13.9 डिग्री
विक्षोभ के प्रभाव से पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू और आसपास के जिलों में कहीं-कहीं मेघगर्जन के साथ हल्की बारिश हुई। प्रदेश में सबसे कम तापमान फतेहपुर में 13.9 डिग्री दर्ज किया गया। राजधानी में 21.2 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। एक नए विक्षोभ के चलते कई इलाकों में हल्की बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने आने वाले दो तीन दिन में तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट का अनुमान व्यक्त किया है।
रबी की फसल के लिए बारिश फायदेमंद
प्रदेश में बारिश होने से रबी की फसल को बहुत फायदा मिलेगा। कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक गेहूं, सरसों, चना और जौ बोने के लिए जमीन में थोड़ी नमी जरूरी है। बारिश से जमीन में नमी आएगी, जो बुवाई के लिए अच्छी रहेगी। बारिश होने से किसानों के चेहरे पर भी खुशी आ गई है।
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