होमइंडिया
राज्य | राजस्थानमध्यप्रदेशदिल्लीउत्तराखंडउत्तरप्रदेश
मनोरंजनटेक्नोलॉजीस्पोर्ट्स
बिज़नेस | पर्सनल फाइनेंसक्रिप्टोकरेंसीबिज़नेस आईडियाशेयर मार्केट
लाइफस्टाइलहेल्थकरियरवायरलधर्मदुनियाshorts

राजस्थान यूनिवर्सिटी की सुरक्षा राम भरोसे, सीसीटीवी कैमरे बदहाल, 96 में 30 कैमरे ही सही 

08:59 AM Mar 18, 2023 IST | Supriya Sarkaar

जयपुर। राजस्थान यूनिवर्सिटी की सुरक्षा राम भरोसे है। यूनिवर्सिटी में 96 कैमरे लगे हुए हैं, लेकिन आधे से ज्यादा खराब हैं। मेंटेनेंस नहीं होने से लाखों की लागत से लगे कैमरों का फायदा न तो स्टुडेंट्स को मिल रहा है और न ही प्रशासन को। यूनिवर्सिटी में लगे कैमरों में केवल कुलपति सचिवालय और लाइब्रेरी के बाहर वाले सहित करीब 30 कैमरे ही काम कर रहे हैं। लापरवाही का आलम यह है कि बालिका छात्रावास के बाहर लगा कैमरा सड़क की दिशा में न होकर उल्टा लगा हुआ है। 

ऐसे में रात में गर्ल्स हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं की सुरक्षा भगवान भरोसे हैं। यूनिवर्सिटी के मुख्य द्वार पर ही केमरों की स्थति सही है। इसके अलावा तीन अन्य गेटों की सुरक्षा के  लिए न तो समय पर गार्ड रहते हैं और न ही कैमरे लगे हुए हैं। राजापार्क की तरफ से लगे गेट तो बंद हैं, लेकिन आवाजाही के लिए दीवार तोड़ दी है। राजा पार्क के गेट पर गार्ड भी नहीं बैठते हैं। पीछे वाले गेट से घुसने वाले असामाजिक तत्वों से सुरक्षा भगवान भरोसे है।

रात के समय भी घूमती हैं गाड़ियां 

यूनिवर्सिटी में रात्रि के 10 बजे बाद सभी गेट बंद हो जाते हैं। केवल मुख्य द्वार पर से ही प्रवेश मिलता है, फिर भी कई गाड़िया केम्पस में घूमती रहती हैं। गर्ल्स होस्टल के साथ बॉयज हॉस्टल भी सुरक्षित नहीं है। बॉयज हॉस्टल, छात्रसंघ कार्यालय पर कई बार हमले हो चुके हैं। यूनिवर्सिटी के पिछले गेट, विवेकानंद हॉस्टल की ओर के गेट पर सुरक्षा का उचित इंतजाम नहीं है। पिछले गेट पर कोई कैमरा नहीं लगा हुआ है। 

लाखों खर्च लेकिन परिणाम शून्य 

राजस्थान यूनिवर्सिटी में 96 कैमरे लगाने में लाखों रुपए खर्च हुए हैं, लेकिन सही मेंटेनेंस नहीं होने से काम नहीं आ रहे हैं। यूनिवर्सिटी में 20 हजार से एक लाख रुपए तक की कीमत के कैमरे लगे हुए हैं। हर वर्ष कैमरों के मेंटेनेंस में भी लाखों रुपए खर्च होते हैं, लेकिन मेंटेनेंस के नाम पर खाना पूर्ति हो रहीं है। लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी अगर स्टुडेंट्स को इसका लाभ नहीं मिल रहा है तो जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी क्यों भूल रहे हैं।

दो दर्जन से अधिक मामलों में खाली हाथ लौटी पुलिस 

यूनिवर्सिटी में चोरी और हंगामें के दो दर्जन से अधिक मामलों में पुलिस ने कैमरे की वीडियोग्राफी देखनी चाही, लेकिन उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा। कई मामलों में खाली हाथ लौटने के बाद न तो पुलिस ने कोई कार्यवाही की और न ही जिम्मेदारों ने इस ओर ध्यान दिया। यूनिवर्सिटी प्रशासन के जिम्मेदार तो टेक्निकल समस्या कहकर अपना पल्ला झाड़ देते हैं।

यूनिवर्सिटी में 96 कैमरे लगे हुए हैं। टेक्निकल काम है तो खराब होते रहते हैं। समय पर ठीक करवाने की कोशिश रहती है, फिर भी अगर कोई कैमरा खराब है तो उसको ठीक करवाया जाएगा। छात्रों की सुरक्षा के लिए प्रशासन हमेशा तत्पर है– एचएच पलसानिया, चीफ प्रॉक्टर

राजस्थान विश्वविद्यालय में सुरक्षा को लेकर बहुत सारी खामियां हैं। रात का समय होते ही राजस्थान विश्वविद्यालय में बिल्कुल अंधेरा नजर आता है, जिससे कि कई बार छात्र छात्राओं को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। महिला छात्रावास में कैमरे ढंग से चालू नहीं होने की वजह से छात्राओं को बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यह उनकी सुरक्षा को लेकर भी कई सवाल खड़े करता है- अक्षय सिंह, स्टुडेंट्स

Next Article