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Rajasthan: संघ पृष्ठभूमि…बेहतरीन रणनीतिकार, सुनिल बंसल का नाम CM की रेस में शामिल

जिस तरह छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के तौर पर चौंकाने वाले नाम सामने आए, उसी तर्ज पर काम किया गया तो राजस्थान में भी किसी नए चेहरे को मुख्यमंत्री बनाना तय माना जा रहा है। राजनीति गलियारों में कहा जा रहा है कि सुनील बंसल राजस्थान में सीएम का फेस हो सकते है।
02:24 PM Dec 12, 2023 IST | Kunal Bhatnagar
rajasthan  संघ पृष्ठभूमि…बेहतरीन रणनीतिकार  सुनिल बंसल का नाम cm की रेस में शामिल

Rajasthan BJP CM Face: राजस्थान में अगला सीएम कौन होगा इसका इंतजार कुछ घंटो में खत्म होने वाला है। अबकि बार देखना दिलचस्प होगा कि केंद्रीय नेतृत्व किस पर भरोसा करता है। जिस तरह छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के तौर पर चौंकाने वाले नाम सामने आए, उसी तर्ज पर काम किया गया तो राजस्थान में भी किसी नए चेहरे को मुख्यमंत्री बनाना तय माना जा रहा है। राजनीति गलियारों में कहा जा रहा है कि सुनील बंसल राजस्थान में सीएम का फेस हो सकते है। ऐसा इसलिए क्योंकि वह राजस्थान के रहने वाले हैं। सुनिल बंसल को एक कुशल संगठनकर्ता भी माना जाता है। आइए जानते सुनिल बंसल के बारें में…

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राजस्थान के रहने वाले है बंसल

सुनील बंसल राजस्थान के रहने वाले हैं। उनका जन्म 20 सितंबर 1969 को हुआ था। वह छात्र जीवन से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े थे। 1989 में वे राजस्थान विश्वविद्यालय के महासचिव चुने गये। बाद में उनका झुकाव आरएसएस की ओर हो गया। 1990 में आरएसएस प्रचारक बने। इसके बाद उन्होंने बीजेपी में शामिल होने का फैसला किया।

यूपी में चुनावी जीत के रणनीतिकार

सुनील बंसल वर्तमान में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव हैं। इसके अलावा उन्हें पश्चिम बंगाल, ओडिशा और तेलंगाना का प्रभारी भी बनाया गया है। सुनील बंसल एक कुशल रणनीतिकार माने जाते हैं। इसका परिचय उन्होंने 2014 के लोकसभा प्रभारी रहते हुए उत्तर प्रदेश में दिया। लोकसभा चुनाव 2014 में बीजेपी की प्रचंड जीत के बाद सुनील बंसल को यूपी का संगठन मंत्री बनाया गया था।

संघ पृष्ठभूमि से आते है बंसल

बीजेपी में संगठन महासचिव का पद लंबे समय से अहम रहे। इस पद पर नियुक्ति आरएसएस की राय से होती है। पूर्णकालिक प्रचारकों को संगठन महासचिव की जिम्मेदारी देने का चलन है। बीजेपी के लोग भी मानते हैं कि संगठन महासचिव केंद्रीय नेतृत्व की आंख, नाक और कान होते हैं। ऐसे में हर जगह उनका दबदबा है। इस पद के लिए आखिरकार पार्टी ने सुनील बंसल को चुना। इससे पहले राकेश जैन और नागेंद्र नाथ भी संगठन के महासचिव रह चुके हैं।

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