चुनावों से पहले एक्शन मोड में आलाकमान, फिसलेगी जुबान तो भुगतना होगा अंजाम…गुढ़ा से हुआ श्रीगणेश
Rajendra Gudha: राजस्थान में विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस एक्शन मोड में दिखाई दे रही है जहां सूबे की सियासत में एक मंत्री की बर्खास्तगी के बाद सियासी भूचाल आ गया है. सीएम अशोक गहलोत ने अपनी ही सरकार की लंबे समय से आलोचना कर रहे मंत्री राजेंद्र गुढ़ा को शुक्रवार को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया. गुढ़ा के मंत्री पद से हटाए जाने के बाद बीजेपी नेता अब सरकार को घेरते हुए गुढ़ा के समर्थन में बयानबाजी कर रहे हैं.
इधर मंत्री पद चले जाने के बाद भी गुढ़ा अपने बयान पर कायम हैं और उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अगर सच बोलना गुनाह है, तो उन्होंने गुनाह किया है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस का एकजुटता के साथ चुनाव लड़ने पर फोकस है और ऐसे में किसी भी तरह की खिलाफत वाली बयानबाजी अब बर्दाश्त से बाहर है.
वहीं गुढ़ा के मंत्री पद से हटाए जाने के पीछे बताया जा रहा है कि उनकी विधानसभा के बयान की बाकायदा वीडियो क्लिप पहले दिल्ली भेजी गई थी जिसके बाद वहां से ग्रीन सिग्नल मिलते ही तुरंत सीएम ने फिर फाइल राजभवन भेजी. वहीं इस पूरे घटनाक्रम में प्रभारी रंधावा जयपुर में मौजूद थे जिन्होंने पर्दे के पीछे से पूरी कवायद को अंजाम दिया.
आलाकमान ने दिया था अनुशासन का संदेश
मालूम हो कि जुलाई महीने की शुरूआत में दिल्ली में कांग्रेस की चुनावों और सियासी उठापटक पर हुई बैठक के बाद खरगे ने कहा था कि राजस्थान में हर 5 साल पर सरकार बदलने का रिवाज है जो इस बार टूटेगा और पार्टी एकजुट होकर चुनाव लड़ेगी. वहीं मीटिंग के बाद कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बयानबाजी को लेकर दो टूक बयान दिया था.
वेणुगोपाल ने कहा था कि अब पार्टी से जुड़े मुद्दों को लेकर बाहर किसी भी तरह का बयान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि हर किसी को पार्टी के अनुशासन का पालन करना होगा और किसी भी मुद्दे पर चर्चा पार्टी के भीतर होगी. वहीं पार्टी के मसलों के बारे में बाहर बात नहीं करें.
'मैंने कोई अपराध नहीं किया'
वहीं बर्खास्तगी के बाद गुढ़ा ने कहा कि मुझे उदयपुरवाटी की महिलाओं ने इसलिए चुना है ताकि मैं उनकी रक्षा कर सकूं और उनके सम्मान को बरकरार रख सकूं, लेकिन दिन-ब-दिन राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं और महिलाओं के खिलाफ अपराधों के मामले में यह राज्य नंबर-1 बन गया है. उन्होंने कहा कि हमें पीछे मुड़कर देखने की जरूरत है वरना हम लोगों का सामना कैसे करेंगे? मैंने बस इतना ही कहा था.
गुढ़ा ने आगे कहा कि मैंने ऐसा बयान देकर कोई अपराध नहीं किया और पिछले सालों में मैंने राज्य सरकार को मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जहां जब भी कोई समस्या आई मैं हमेशा अशोक गहलोत के साथ खड़ा रहा हूं.