Rajasthan Politics : विधायकों को नोटिस…गहलोत को क्लीन चिट.. अब आगे क्या, इन 5 बातों में समझिए गणित
Rajasthan Politics : कांग्रेस आलाकमान ने पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट पर अशोक गहलोत को क्लीन चिट और बगावती सुर अपनाने वाले 3 विधायकों को कारण बताओ नोटिस थमाया गया है। इनमें महेश जोशी, धर्मेंद्र राठौड़ और शांति धारीवाल शामिल हैं। इस नोटिस पर अब विधायकों की अलग अलग प्रतिक्रियाएं आ रहीं है। विधायकों का कहना है कि वे इस नोटिस का जवाब देंगे। लेकिन इस नोटिस के जवाब आने पर प्रदेश और देश के पटल पर क्या संभावनाएं दिखाई दे रही हैं इन 5 बातों में समझिए।
1- विधायकों को जवाब देने के लिए 10 दिन का समय दिया गया है, यानी कांग्रेस अध्यक्ष की घोषणा के पहले 17 अक्टूबर तक उन्हें जवाब देना है।
2- 17 अक्टूबर तक जवाब पेश करने का सीधा मतलब निकलकर सामने आ रहा है कि विधायकों के जवाब गहलोत के अध्यक्ष पद का भविष्य भी बताएंगे।
3- अगर आलाकमान विधायकों के जवाब से संतुष्ट होता है और उनकी शर्तों पर विचार किया जाता है तो राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत ही बने रह सकते हैं।
4- कांग्रेस हाईकमान विधायकों के नोटिस के जवाब पर विचार विमर्श नहीं करता है तो सोनिया गांधी के अनुसार ही राजस्थान के मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
5- विधायकों की मांग और राजस्थान के सियासी हालात को देखते हुए शायद अशोक गहलोत यह अध्यक्ष पद का चुनाव ही न लड़ें ये भी हो सकता है और इसकी तो अब प्रबल आशंका जताई भी जा रही है।
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अजय माकन की बात से आहत, नोटिस का मिलेगा जवाब- महेश जोशी
महेश जोशी ने नोटिस के मामले पर कहा कि वे अपनी पूरी बात इस नोटिस के जरिए आलाकमान तक पहुचाएंगे। उन्होंने कहा कि माकन यहां एक-एक नेता से बात करने आए थे। विधायकों की रायशुमारी लेने आए थे। लेकिन नेता के चयन के अलावा कभी भी विधायकों से रायशुमारी नहीं की जाती। मुझे लगा रहा है कि हम माकन की बात समझ नहीं पाए या माकन को हम समझा नहीं पाए। लेकिन उन्होंने हमारी निष्ठा पर सवाल उठाया इससे मैं आहत हूं। मैंने कितनी बार कहा है कि मैंने किसी को कहीं भी जाने को नहीं कहा। न ही हमने किसी पर कोई दवाब डाला, अगर किसी विधायक ने यह कहा है कि उस पर दबाव डाला गया है तो वह गलत है किसी पर कोई दबाव नहीं डाला गया है।
नोटिस का देंगे जवाब लेकिन गद्दारों को काबिज नहीं होने देंगे-राठौड़
इस नोटिस को लेकर राजस्थान के पर्यटन राज्य मंत्री धर्मेंद्र राठौड़ का कहना है कि पहले तो सरकार बचाने के मामले में इनकम टैक्स की तरफ से नोटिस दिया गया था लेेकिन वे इससे भी नहीं डरे, यह कार्रवाई तो अभी भी जारी है। अब यह नोटिस हमें थमाया गया है, हम इसका भी जवाब देंगे। हमें राहुल गांधी ने कहा है कि डरना मत। इसलिेए बगैर डरे हम अपनी बात रखेंगे। धर्मेंद्र राठौड़ ने कहा कि राजस्थान की यह धरती वीर शिरोेमणि महाराणा प्रताप की है यहां हम गद्दारों को काबिज नहीं होे देंगे। इस नोटिस का भी जवाब दिया जाएगा।