व्यापारियों से अवैध वसूली की वारदातें हुई कम, बदमाशों की गिरफ्तारी में अजमेर और जयपुर रेंज अव्वल
Rajasthan Police : जयपुर। राजस्थान में मार्च महीने में एरिया डोमिनेशन के लिए पुलिस द्वारा चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत जघन्य अपराध में वांछित 433 अपराधी सहित विभिन्न अपराधों में वांछित 12,895 बदमाशों की गिरफ्तारी हुई है। साथ ही व्यापारियों से अवैध वसूली की वारदातें भी कम हुई है। खास बात ये है कि बदमाशों की गिरफ्तारी में अजमेर और जयपुर रेंज अव्वल रहा। सोमवार को पुलिस मुख्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस अपराध दिनेश एमएन ने कहा कि विशेष अभियान के तहत मार्च महीने में 12,895 वांछित बदमाश, 151 सीआरपीसी में 7,683 सहित समग्र रूप से 20,542 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। प्रदेशभर में 5137 पुलिस टीमों द्वारा 13 हजार 600 स्थानों पर दबिश दी गई और 535 लोगों को गिरफ्तार किया। अभियान में हुई गिरफ्तारियों में से 1,411 एचएस, हार्डकोर व इनामी अपराधी हैं जबकि 5833 स्थाई वारंटी, उदघोषित अपराधी और 299 सीआरपीसी में वांछित अपराधी शामिल है।
उन्होंने बताया कि अवैध वसूली के वर्ष 2023 में माह मार्च तक कुल 31 प्रकरण दर्ज करके 68 लोगों को गिरफ्तार किया। फायर आर्म्स के उपयोग के 150 प्रकरण दर्ज कर 355 लोगों को गिरफ्तार किया। यहां यह उल्लेखनीय है कि अभियान के पूर्व अवैध वसूली के लिए फोन कॉल के प्रकरण माह जनवरी 2023 में 15, माह फरवरी 2023 में 12 दर्ज हुए जो अभियान के परिणामस्वरूप मार्च 2023 में कम होकर 4 प्रकरण ही दर्ज हुए है। वांछितों की गिरफ्तारी में अजमेर तथा जयपुर रेंज शीर्ष पर रहे। जिलेवार 7 हजार से अधिक भा.द.सं. के पंजीयन वाले जिलों में सर्वाधिक गिरफ्तारी अजमेर, अलवर, एवं भीलवाड़ा जिलों के द्वारा की गई तथा 4 हजार से 7 हजार तक के भा.द.सं. के पंजीयन वाले जिलों में सर्वाधिक गिरफ्तारी टोंक, चितौड़गढ़ एवं जोधपुर पश्चिम जिलों द्वारा की गई। चार हजार से कम भा.द.सं. के पंजीयन वाले जिलों में सर्वाधिक गिरफ्तारी बांसवाड़ा, कोटा ग्रामीण एवं जोधपुर पूर्व जिलों द्वारा की गई।
संगठित अपराधों पर लगाया अंकुश
संगठित अपराधों के विरुद्ध लगभग एक माह के एग्रेसिव पुलिसिंग द्वारा लगभग 13000 वांछितों को गिरफ्तार किया गया, अर्थात 400 वांछित अपराधी प्रतिदिन गिरफ्तार हुए। दस्यु केशव गुर्जर का गैंग सहित सफाया किया गया, लॉरेंस बिश्नोई गैंग के अधिकांश सदस्य गिरफ्तार हुए। इनसे हथियारों की जब्ती के बाद इनकी गैंग की गतिविधियों पर विराम लगा। एक्सटॉर्शन के लिए धमकी देने वालों पर भी कठोर प्रभावी अंकुश लगाया गया।
690 आग्नेयास्त्र और 1062 कारतूस बरामद
उन्होंने बताया कि अवैध आग्नेयास्त्रों के प्रयोग के कुल 649 प्रकरण दर्ज कर 677 बदमाशों को गिरफ्तार किया, जिनसे 690 आग्नेयास्त्र और 1062 कारतूस बरामद किए गए। एनडीपीएस एक्ट में 342 प्रकरण दर्ज कर 375 बदमाशों को, अवैध शराब के कुल 1088 प्रकरण दर्ज कर 1085 लोगों को एवं अवैध खनन के 649 प्रकरण दर्ज कर इस प्रकार फरवरी 2022 की तुलना में मार्च 2023 में आर्म्स एक्ट के प्रकरणों में लगभग 55 प्रतिशत, एनडीपीएस के प्रकरणों में 90 प्रतिशत और अवैध शराब के प्रकरणों में 8 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इस दौरान डीजीपी उमेश मिश्रा, डीजीपी साइबर क्राइम डॉ रवि मेहरड़ा और एडीजी कानून व्यवस्था हवासिंह घुमरिया भी मौजूद रहे।