बजट पर बोले उपनेता प्रतिपक्ष, कहा- सीएम ने चुनाव की वैतरणी पार करने के लिए की ताबड़तोड़ घोषणाएं
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में आज अपना दसवां बजट पेश कर दिया है। शुरूआत में मुख्यमंत्री गहलोत ने बजट भाषण पढ़ना शुरू किया है, लेकिन गलती से नए बजट की जगह उन्होंने पुराना बजट पढ़ दिया। हालांकि बाद में उन्होंने विधानसभा में माफी मांगते हुए फिर से बजट 2023-24 बजट पेश किया। वहीं विपक्ष इसे लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमलावर है। विधानसभा के उपनेता प्रतिपक्ष और बीजेपी के सीनियर नेता राजेंद्र राठौड़ ने बजट 2023-24 पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, प्रदेश का कर्जा करीब 6 हजार करोड़ रुपए को पार कर रहा है। सरकार के पास पैसा नहीं है, लेकिन बजट के माध्यम से गहलोत सरकार ने चुनाव की वैतरणी पार करने के लिए ताबड़तोड़ घोषणाएं कर डालीं।
राजेंद्र राठौड़ ने बजट में किसानों को फ्री बिजली देने की घोषणा पर कहा कि किसान को बिजली मिल ही नहीं रही है। इसलिए बिजली की राहत का उन पर प्रभाव क्या पड़ेगा। नेशनलाइज्ड बैंक के किसान जिनकी संख्या आज भी 9 लाख के करीब है, वो उनकी ओर से कर्जामाफी का इंतजार कर रहे हैं, उसका प्रावधान नहीं किया।
कुल बजट कपोल कल्पित भावनाओं के आधार पर है…
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि कुल बजट कपोल कल्पित भावनाओं पर है। केंद्र सरकार ने पिछली बार प्रदेश को 49,211 करोड़ केंद्रीय करों में हिस्सा देने के लिए कहा था, वो बढ़ाकर 57,230 करोड़ हो गया है। केंद्र सरकार के पैसों के दम पर ही मुख्यमंत्री गहलोत ने ये बजट पेश किया है। यह बजट खोदा पहाड़ और निकला मरी हुई चुहिया है। इसलिए ये बजट कपोल कल्पित बातों पर आधारित है, जो अधिकारियों ने पढ़कर इन्हें दी और मुख्यमंत्री गहलोत ने पढ़कर सुना दी।
भारत जोड़ो यात्रा के समय 500 रुपए में गैस सिलेंडर देने की घोषणा की
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि बजट वैसे ही लीक हुआ, जैसे पहले प्रतियोगी परीक्षा का पेपर लीक किया था। पूरे प्रदेश में दो दिन में 130 करोड़ रुपए खर्च करके अखबारों में विज्ञापन और होर्डिंग्स के माध्यम से बजट में बचत और राहत की बात कही गई। बचत की बात उस समय खत्म हो गई थी, जब राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के समय मुख्यमंत्री गहलोत ने 500 रुपए का सिलेंडर देने की घोषणा की और बजटीय प्रावधान अब किया। बजट के लिए सीएम गंभीर होते, तो पिछले बजट का पठन शुरू नहीं करते।
विधानसभा में हुआ ऐसा…
बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शुक्रवार को राजस्थान का बजट 2023 पेश करने के लिए विधानसभा पहुंचे। मुख्यमंत्री ने बजट भाषण पढ़ना शुरू किया है, लेकिन बजट भाषण के दौरान अचानक अटक गए। दरअसल, मुख्यमंत्री गहलोत ने गलती से नए बजट की जगह उन्होंने पुराने बजट की कॉपी पढ़ दी। सीएम गहलोत ने 125 दिन शहरी रोजगार गारंटी योजना की जानकारी बजट में आते ही गलती का एहसास हुआ। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने आधे घंटे के लिए विधानसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी। इसके बाद बजट की दूसरी कॉपी मंगवाई गई और सदन की दोबारा कार्यवाही शुरू हुई। इधर, विपक्ष ने सवाल पूछा कि बजट के पेपर में पुराने बजट के कागज कैसे आ गए। बीजेपी नेता गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि सीएम ने पुराना बजट भाषण पढ़ा है।