होमइंडिया
राज्य | राजस्थानमध्यप्रदेशदिल्लीउत्तराखंडउत्तरप्रदेश
मनोरंजनटेक्नोलॉजीस्पोर्ट्स
बिज़नेस | पर्सनल फाइनेंसक्रिप्टोकरेंसीबिज़नेस आईडियाशेयर मार्केट
लाइफस्टाइलहेल्थकरियरवायरलधर्मदुनियाshorts

रविंद्र सिंह भाटी ने BJP में जाने का दिया संकेत, बाड़मेर के सियासी गलियारों में मची हलचल

MLA Ravindra Bhati: शिव विधानसभा से विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने स्पष्ट कर दिया है कि अभी उनका बीजेपी से मोहभंग नहीं हुआ है।
11:50 AM Mar 17, 2024 IST | BHUP SINGH

MLA Ravindra Bhati: लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राजस्थान की राजनीति में उठा पटक जारी है। दर्जनों नेता पार्टी बदला बदली कर चुके हैं। बीजेपी ने कांग्रेस की कमर पूरी तरह से तोड़ दी है। कांग्रेस के दिग्गज अब हाथ का साथ छोड़कर कमल का फूल थाम रहे हैं। इस बीच शिव विधानसभा (Sheo assembly) क्षेत्र से निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी (ravindra singh Bhati) का बयान खासा चर्चा का विषय बना हुआ है। रविंद्र सिंह भाटी विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी से बगावत कर शिव विधानसभा से विधायक बने थे।

यह खबर भी पढ़ें:-Lok Sabha Elections : लोकसभा चुनाव में भी इस बार मिलेगी होम वोटिंग सुविधा

लोकसभा चुनाव (Loksabha election 2024) के ऐलान से ही चर्चा तेज हो गई है कि रविंद्र सिंह भाटी MP का चुनाव लड़ सकते हैं। दरअसल, ईश आराधना यात्रा के दौरान रविंद्र सिंह भाटी ने शिव क्षेत्र में अपना दमखम दिखाना शुरू कर दिया है। लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर रविंद्र सिंह भाटी ने कहा कि जो जनता तय करगी वही होगा। कहा जा रहा है कि ईश आराधना यात्रा के जरिए रविंद्र सिंह लोकसभा चुनाव का फीडबैक ले रहे हैं।

भाटी के इस बयान से बढ़ी हलचल

रविंद्र सिंह ने लोकसभा चुनाव की बात करते हुए कहा कि राजस्थान में कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाएगी। वहीं बीजेपी के 25 सीटों के दावों पर चुप्पी साध ली। चर्चा है कि रविंद्र सिंह भाटी एक बार फिर लोकसभा चुनाव में ताल ठोकने का मन बना रहे हैं।

राजनीति में उठा पटक तो चलती है

राजस्थान के बूंदी दौर पर आए शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने कहा कि विधानसभा चुनाव में बीजेपी पार्टी ने मुझे मौका नहीं दिया। कहा कि राजनीति में उठा पटक चलती रहती है, कोई नई चीज राजनीति में नहीं हुई। घर में बर्तन भी बजते रहते हैं। इसका मतलब यह नहीं होता है कि घर छोड़कर चले जाए। रविंद्र सिंह भाटी के इस बयान से साफ है कि अभी उनका बीजेपी से मोहभंग नहीं हुआ है।

यह खबर भी पढ़ें:-चौधरी को किसान बोर्ड और बाजौर को सैनिक कल्याण बोर्ड की कमान

Next Article