राजस्थान में उग्र होती आरक्षण की लड़ाई! आंदोलन कर रहे जाट समाज ने दी अब ये बड़ी चेतावनी
भरतपुर। केंद्र में ओबीसी आरक्षण की मांग कर रहे भरतपुर, धौलपुर, डीग जाट समाज का जयचोली में 20 दिन से महापड़ाव जारी है। अब महापड़ाव स्थल पर जाट समाज के 19 महिला-पुरुषों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है। जिनमें 6 महिला आंदोलनकारी शामिल हैं। वहीं, केंद्र सरकार की ओर से आंदोलनकारियों को वार्ता का कोई निमंत्रण प्राप्त नहीं हुआ है। जिसके बाद जाट समाज ने अब रेलवे ट्रैक जाम करने का निर्णय लिया है। अब जाट समाज ने 7 फरवरी को दोपहर 12 बजे दिल्ली मुंबई रेलवे ट्रैक जाम करने की घोषणा की है।
इस महापड़ाव में तीनों जिलों के जाट समाज के लोग शामिल हैं। रविवार से महापड़ाव स्थल पर 6 महिलाओं समेत 19 लोगों ने आरक्षण मिलने तक आमरण अनशन शुरू कर दिया है। जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह फौजदार का कहना है कि हम सरकार से वार्ता के इंतजार में हैं, लेकिन प्रतिनिधि मंडल को अभी तक निमंत्रण का इंतजार है। हम इस बार आरक्षण लेकर मानेंगे। इस बार आंदोलन आर-पार का है।
17 जनवरी से जारी है महापड़ाव
केंद्र की OBC में आरक्षण की मांग को लेकर 17 जनवरी से जयचोली पर महापड़ाव चल रहा है। सीएम भजन लाल शर्मा ने जाट समाज की 11 सदस्य कमेटी को वार्ता के लिए जयपुर बुलाया था। सीएम से पहले सरकार द्वारा बनाई गई 2 विधायक और 2 मंत्री से 11 सदस्य कमेटी की वार्ता होनी थी। जाट समाज की 11 सदस्य कमेटी की 4 सदस्य कमेटी से तो वार्ता हो गई, लेकिन 11 सदस्य कमेटी की सीएम से वार्ता नहीं हो पाई थी। जिसके बाद केंद्र से वार्ता के लिए न्योता आया था। जब से जाट समाज बुलावे का इंतजार कर रहा है। 4 फरवरी को जाट समाज ने केंद्र सरकार को चेतावनी देने के बाद अनशन शुरू कर दिया है।
ये लोग बैठे आमरण अनशन पर
महापड़ाव स्थल पर रविवार से नेम सिंह फौजदार, सत्यवीर सिंह, सूरज सिंह, हुब्ब लाल, धारा सिंह, पूरन, महेंद्र, महाराज सिंह, जय सिंह फौजी, विजय सिंह चौधरी, मोराध्वज, भोगी राम, विरमा, विमला देवी, पिस्ता, सुमन, बबली और यमुना देवी शामिल हैं।