राहुल गांधी ने दी गारंटी तो अशोक गहलोत ने घेरा, जनगणना के मुद्दे पर केंद्र सरकार से मांगा जवाब
Ashok Gehlot: लोकसभा चुनावों का बिगुल बजने से पहले ही राजनीतिक दलों की ओर से मुद्दों को लेकर एक दूसरे की घेराबंदी शुरू हो गई है. इसी कड़ी में कांग्रेस जातिगत जनगणना और आरक्षण को बड़ा मुद्दा बना रही है जहां राहुल गांधी ने बीते सोमवार को ही अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान आरक्षण पर 50 प्रतिशत की लिमिट को खत्म करने का ऐलान करते हुए कहा कि ये कांग्रेस और INDIA की गारंटी है.
वहीं इसी कड़ी में राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने राहुल गांधी की पोस्ट शेयर करते हुए मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है. गहलोत ने जातिगत जनगणना को लेकर भी कांग्रेस पार्टी और INDIA गठबंधन का रुख स्पष्ट किया है जहां अशोक गहलोत ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से कांग्रेस नेता राहुल गांधी की एक पोस्ट शेयर करते हुए जनगणना के मुद्दे पर केंद्र सरकार और बीजेपी पर तीखा हमला बोला है.
गहलोत ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि सामाजिक न्याय के माध्यम से समाज के हर पिछड़े तबके को उनका हक दिलवाना जरूरी है और मोदी सरकार 2021 की समय-सीमा पूरे होने के 3 साल बाद भी सामान्य जनगणना अभी तक नहीं करवा पाई है जिसके पीछे की वजह केन्द्र सरकार को साफ करनी चाहिए.
जातिगत जनगणना होगा लोकसभा का मुद्दा!
बता दें कि लोकसभा चुनावों के नजदीक आने पर विपक्षी दलों ने फिर से जातिगत जनगणना और सामाजिक न्याय जैसे मसलों को हवा देनी शुरू कर दी है. इसी कड़ी में अशोक गहलोत ने हाल में लिखा कि हर तबके के साथ न्याय सुनिश्चित करने के लिए राजस्थान में हमारी सरकार ने सामाजिक, आर्थिक और जातिगत सर्वेक्षण का फैसला किया था और अब देशभर में सामाजिक, आर्थिक और जातिगत जनगणना करवाना राहुल गांधी एवं इंडिया गठबंधन का भी कमिटमेंट है. दरअसल कांग्रेस सामान्य जनगणना के साथ ही जातिगत जनगणना और सामाजिक न्याय को चुनावों से पहले मुद्दा बनाना चाहती है.